मिल्लत टाइम्स,नई दिल्ली:राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पहली बार जयपुर आए पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसान रैली के जरिए लोकसभा चुनाव का शंखनाद किया. इसके साथ ही राहुल ने किसान कार्ड खेलते हुए 2019 में सत्ता में आने पर संपूर्ण देश के किसानों का कर्जामाफ करने की बात भी कही.
जयपुर. राहुल गांधी ने किसान रैली के जरिए लोकसभा चुनाव का शंखनाद किया. उन्होंने रैली में किसानों की समस्याओं को उठाते हुए उनके बीच एक संदेश देने की कोशिश की. वहीं, किसानों को वर्ल्ड की इकोनॉमी से जोड़ने राहुल ने इस बात पर भी जोर दिया कि वे मोदी सरकार पर पूरे देश के किसानों का कर्जा माफ करने के लिए दबाव बनाएंगे. अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो 2019 में जब कांग्रेस सत्ता में आएगी तो इस पर काम किया जाएगा.
राहुल ने कहा कि राजस्थान सहित तीन राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद किसानों का कर्ज माफ किया गया है. इससे किसानों को मदद मिलेगी. लेकिन, ये अंतिम समाधान नहीं है. उन्होंने कहा कि जो समस्या राजस्थान सहित तीन राज्यों में है, वही स्थिति देश में भी बनी हुई है. राहुल ने कहा कि अगर मोदी सरकार 15 लोगों का साढ़े तीन लाख करोड़ कर्ज माफ कर सकती है तो देश के किसानों का क्यों नहीं.
राहुल गांधी ने कहा कि बिना ठोस कदम उठाए हिंदुस्तान के किसानों का भविष्य बेहतर नहीं हो सकता. राहुल ने कहा कि आज के समय में नई हरित क्रांति की जरूरत है. उन्होंने कहा अगले पांच साल में किसानों को दुनिया के हर डायनिंग रूम के प्लेट से जोड़ देंगे. यहां के किसानों को वर्ल्ड इकोनॉमी से जोड़ेंगे. उन्होंने कहा कि इसके लिए मेरे पास प्लान है. इस संबंध सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट से बात हो गई है.
राहुल ने कहा कि किसान जहां फसल उगाते हैं, उसके पास ही फूड प्रोसेसिंग का काम शुरू करेंगे. फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाई जाएगी. इसके जरिए किसानों के खेत को दुनिया के बड़े इकोनॉमी से जोड़ने का काम करेंगे. इससे किसानों की जिंदगी को बदल देंगे. उन्होंने किसानों से आह्वान करते हुए कहा कि सबसे पहले अपनी शक्ति को पहचानना होगा.
मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए राहुल ने कहा कि देश के किसानों का कर्ज मोदी सरकार को माफ करना पड़ेगा. उन्होंने आरोप लगाया कि जब 15 लोगों का साढ़े तीन लाख करोड़ का कर्ज माफ हो सकता है तो किसानों का कर्ज भी माफ करना होगा. कांग्रेस ने इस काम को तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव के बाद करके दिखाया है. कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को छोड़ने वाली नहीं है. यदि मोदी सरकार ऐसा नहीं करेगी तो केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद इस काम को किया जाएगा.