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मिल्लत टाइम्स,नई दिल्ली:राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मुंबई के ईसीआईसी कामगार अस्पताल में आग लगने से कई मरीजों की मौत पर स्वतः संज्ञान लेते हुए महाराष्ट्र सरकार और श्रम एवं रोजगार मंत्रालय को नोटिस जारी किया है। आयोग ने चार हफ्ते का वक्त देते हुए मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
मंगलवार को जारी नोटिस में आयोग ने कहा है कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के चलते यह गंभीर हादसा हुआ है। आयोग का मानना है कि ईएसआईसी अस्पतालों में इलाज के लिए समाज का कमजोर तबका आता है, जो अलग-अलग निजी क्षेत्रों में काम करते हैं। ये लोग निजी अस्पतालों का इलाज वहन नहीं कर सकते हैं।
आयोग ने महाराष्ट्र सरकार के मुख्य सचिव से मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने यह भी पूछा है कि क्या अस्पताल बिल्डिंग के पास वैध फायर डिपार्टमेंट से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट था। वहीं महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक से एफआईआर को लेकर रिपोर्ट मांगी है।;
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के सचिव को भी नोटिस
इसके अलावा आयोग ने श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के सचिव को नोटिस जारी किया है। आयोग का कहना है कि चूंकि एंप्लाई स्टेट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन अस्पताल श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अधीन है, अतः मंत्रालय से पूछा है कि इस हादसे के दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई, साथ ही भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं।
गौरतलब है कि 17 दिसंबर को अंधेरी ईस्ट के कामनगर ईएसआईसी अस्पताल में आग लग गई थी। आग में झुलस कर नौ लोगों की की मौत हो गई थी और कई घायल हो गए थे। माना जा रहा है कि यह आग शॉर्ट सर्किट के चलते लगी थी।