मिल्लत टाइम्स,बिहार: बिहार में दंगाइयों के दंगो का सिलसिला जारी है अभी कुछ दिनों पहले हुए सीतामढ़ी मे फसाद का दर्द कम भी नहीं हुआ था कि एक बार फिर छपरा के मरहौरा थाना के मुबारकपुर गांव में कुछ असामाजिक तत्वों ने अपने गंदे मंसूबों का निशाना बनाया है जिसमें करीब एक दर्जन घरों को आग के हवाले कर दिया गया जिसमें कई घर व सामान पुरी तौर पर जलकर खाक हो गया है जानकारी के मुताबिक 15 दिसंबर की शाम गांव के चौक पर एक शादी का प्रोग्राम हो रहा था जिसमें मोजूद आर्केस्ट्रा की गाड़ी से रोड का रास्ता बंद हो गया था इसी बीच गांव के ही इम्तियाज जो दुकान से दाल खरीद कर जा रहा था उसने अपनी बाइक किसी तरह निकाल कर चले जाने की कोशिश किया तभी बलराम शाह नामी शख्स ने इम्तियाज से गाली-गलौज शुरू कर दी मामला हाथापाई तक पहुंच गया बलराम साह के कई साथी इम्तियाज पर हमला कर दिया चाकू से उसे निशाना बनाया गया जिससे उसके बदन का कई हिस्सा घायल हो गया इसी बीच बलराम साह के ही किसी साथी का चाकू बलराम को लग गया जिससे वह भी जख्मी हो गया और वह रात 10:00 बजे अस्पताल में दम तोड़ दिया
फिर इसी का बहाना कर 16 दिसंबर की सुबह 9:00 बजे बजरंग दल के करीब 200 गुंडो ने गांव पर हमला कर आगजनी शुरू कर दी लोगों को घरों समेत जला देने की नाकाम कोशिश भी हुई इसकी खबर पॉपुलर फ्रंट के जिम्मेदार मोहम्मद परवेज और नबी आलम को मिली तो वह अपने साथियों समेत वहां पहुंचे आग बुझाया और डीएम समेत वहां के सभी लोगों को फोन करके मौके वारदात पर बुलाया
पिड़ितों ने मुकदमा दर्ज कराया लेकिन अफसोस की बात यह है कि वहां भी प्रशासन दंगाइयों को बचाने की कोशिश कर रही है उनकी ओर से 5 दर्ज कराए गए मुकदमों में से सिर्फ एक मुकदमा ही रजिस्टर किया गया है तो पोपुलर फ्रंट बिहार के स्टेट जनरल सेक्रेट्री रियाज आरिफ साहब ने मांग किया है कि बाकी चार मुकदमा भी रजिस्टर कर दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर आगे के लिए ऐसे मामला ना हो
इसीलिए कठोर कार्रवाई की जाए
सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के राज्य उप अध्यक्ष नवाजुद्दीन रंगीन ने कहा नुकसान की भरपाई के लिए फौरी तौर पर पिड़ितों को मुआवजा दिया जाए उन्होंने इस तरह के लगातार जारी फसाद पर बिहार की नितीश सरकार और प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है
वहीं अछपरा में हुए इस फसाद पर बयान जारी कर अल मोमिनीन फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरफुद्दीन कासमी ने कहा कि इस फसाद के पीछे प्रशासन की लापरवाही जिम्मेदार है प्रशासन को चाहिए कि तुरंत कार्रवाई करें नहीं तो हम जन आंदोलन करेंगे