शहनवाज हुसैन, बिहार: बर्बरता के मामले में अब तक भारत के दुश्मन नंबर एक पाकिस्तान की सेना और वहां की सरकार के किस्से आम रहे हैं लेकिन नेपाल की पुलिस ने बर्बरता की जो नई दास्तान लिखी है वह रूह कंपा देने वाली है। सीतामढ़ी से सटे नेपाल सीमा पर हुए विवाद के बाद नेपाली पुलिस जिस भारतीय को अपने साथ ले गई थी उसे घंटों प्रताड़ित करने के बाद आखिरकार छोड़ दिया। लेकिन नेपाली पुलिस की हिरासत में भारतीय लगन राय के साथ जो कुछ हुआ वह बर्बरता की इंतहा को बयां कर रहा है।
नेपाल की पुलिस के गिरफ्त से छूटकर आए लगन राय में आपबीती सुनाई है। लगन राय ने कहा है कि नेपाल की पुलिस उन्हें संग्रामपुर से उठाकर ले गई थी। उन्हें राइफल की बट और जूतों से बुरी तरह रौंदा गया। नेपाली पुलिस को इसलिए पीट रही थी कि वह यह बयान दे दे कि सैकड़ों भारतीयों ने नेपाल की पुलिस पर हमला किया। लगन राय कहते हैं कि अब तक नेपाल को लेकर उनके मन में ऐसा नहीं था लेकिन जिस तरह उन्हें घंटों बूट और बेल्ट से पीटा गया वह कभी भूल नहीं सकते। सैकड़ों की तादाद में जवानों ने उन्हें घेर रखा था और लगातार उनकी पिटाई की गई। शरीर के हर हिस्से पर जख्म के निशान बता रहे हैं कि आखिर नेपाली पुलिस ने उनके साथ किस कदर बर्बरता की। नेपाली पुलिस दबाव बना रही थी कि वह अपने गांव के लोगों के नाम बताएं हालांकि लगन के साथ मारपीट करने वालों में नेपाल के पहाड़ी इलाकों के जवान शामिल थे मधेशी तबके से आने वाले जवानों ने लगन को छुआ तक नहीं।
भारत नेपाल सीमा पर हुए विवाद के बाद नेपाली पुलिस ने पहले फायरिंग की थी और उसके बाद भारतीय लगन राय को अपने साथ भी ले गए थे। नेपाली पुलिस के हिरासत में रहने के दौरान लगन ने उन लोगों को यह भी बताया है कि उनके बेटे की शादी नेपाल में हुई है और उनकी बहू नेपाली है। लगन की बहु अपनी मां से मिलने के लिए बॉर्डर पर गई थी। उनका बेटा भी साथ था लेकिन नेपाल पुलिस ने उसे रोक लिया। लगन के बेटे को डंडे से पीटा गया और जब वह वहां पहुंचा तो लगन राय उठाकर अपने साथ ले गए। नेपाल पुलिस की तरफ से बॉर्डर पर फायरिंग के दौरान एक व्यक्ति की मौत भी हो गई। लगन राय को नेपाल पुलिस ने घंटों तक अपने कब्जे में रखा और भारत की तरफ से दबाव बढ़ने के बाद आखिरकार शनिवार की सुबह उसे छोड़ दिया। नेपाल की पुलिस ने जिस तरह का दुस्साहस भारतीय को लेकर दिखाया है वह वाकई हैरत पैदा करने वाला है। नेपाल से सटे भारतीय सीमा खासतौर पर बिहार के इलाकों में रहने वाले लोग इससे नाराज हैं और उनका कहना है कि भारत सरकार को इस पर सख्त रुख अपनाना चाहिए वरना पाकिस्तान की तरह नेपाल भी अब सरदर्द बन जाएगा।