भोपाल. लॉकडाउन का सबसे ज्यादा नुकसान देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। 3 मई तक लॉकडाउन के दूसरे फेज में लोगों की रोजी-रोटी बचाने के लिए सरकार काफी हद तक रियायतें देने वाली है। हरियाणा में ढाबे, यूपी में ई-व्यापार, झारखंड में ई-ओपीडी चालू की जाएगी। राजस्थान, छत्तीसगढ, बिहार में भी अस्पताल और कारोबार शुरू करने की तैयारी कर ली गई है। मध्यप्रदेश में भोपाल, इंदौर और उज्जैन के अलावा बाकी जिलों में राहतें मिलना शुरू हो जाएंगी। महाराष्ट्र और पंजाब में 30 अप्रैल तक कर्फ्यू लगा है। ऐसे में दोनों राज्यों में किसानों के अलावा किसी को कोई राहत नहीं मिलेगी।
राजस्थान: 21 अप्रैल से मॉडिफाइड लॉकडाउन, ग्रामीण-औद्योगिक क्षेत्रों में उत्पादन भी शुरू होगा
21 अप्रैल से प्रदेश में योजनाबद्ध तरीके से मोडिफाइड लॉकडाउन लागू होगा। राज्य के ग्रामीण एवं औद्योगिक क्षेत्रों में 20 अप्रैल के बाद से उत्पादन शुरू किया जाएगा। सीएम निवास पर लॉकडाउन को लेकर हुई उच्च स्तरीय बैठक में सीएम अशोक गहलोत ने ये निर्देश दिए। शहरी क्षेत्रों के उन उद्योगों को भी शुरू किया जाएगा, जहां श्रमिकों के लिए कार्यस्थल पर ही रहने की सुविधा है। इनमें बाहर से मजदूरों के आवागमन की अनुमति नहीं होगी। गहलोत ने निर्देश दिए कि कलेक्टर, रीको, जिला उद्योग केन्द्र व पुलिस समन्वय स्थापित कर तय करें कि लॉकडाउन के दौरान उद्योगों के शुरू होने में कोई परेशानी न आए।
यूपी: 20 अप्रैल से शुरू होंगी व्यवसायिक गतिविधियां
उत्तर प्रदेश में 20 अप्रैल से व्यवसायिक गतिविधियों को बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। साथ ही ऑनलाइन कोरोबार भी शुरू होंगे। बड़े निर्माण कार्य भी चालू होंगे। वहीं, बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए ऑनलाइन पढ़ाई व्यवस्था का एक स्थाई मॉडल बनेगा। जिस पर काम शुरू भी हो गया है। उच्च शिक्षा विभाग ने अब तक 31,939 ई-कंटेंट तैयार करते हुए 2.29 लाख छात्रों को कनेक्ट किया है। औसतन 80 हजार छात्र हर दिन उच्च शिक्षा के कोर्सेज में ऑनलाइन हिस्सा ले रहे हैं। इसके साथ स्वास्थ्य विभाग ने कोरोनावायरस से होने वाली मौतों की ऑडिट कराने के लिए सेल बनाने का निर्णय लिया है।
हरियाणा में 20 अप्रैल से खुलेंगे ढाबे, अस्पतालों में शुरू होगी ओपीडी
कोरोना संकट के बीच हरियाणा सरकार ने केंद्र द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार 20 अप्रैल से कुछ छूट देने का फैसला किया है। गुरुवार को हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा ने कहा कि 20 अप्रैल से लॉकडाउन में कुछ छूट प्रभावी दी जाएगी। सलिए सभी उपायुक्तों को मछली पालन के लिए तालाबों की नीलामी, निर्माण कार्य, ढाबों और सामन्य सेवा केंद्रों को खोलने इत्यादि को खोलने की योजना तैयार करनी चाहिए। इन गतिविधियों के अलावा, फॉरेस्ट वाटरिंग, सिंचाई और खनन कार्य भी स्वास्थ्य प्रोटोकॉल सुनिश्चित करते हुए चरणबद्ध तरीके से किए जाने चाहिए।
झारखंड: रिम्स में ई-ओपीडी शुरू होगी, वॉट्सऐप पर मिलेगी दवा पर्ची
रिम्स के कोरोना सेंटर में लोगों की स्क्रीनिंग के लिए सोमवार से ई-ओपीडी शुरू होगा। इस व्यवस्था के तहत लोग घर बैठे वॉट्सऐप, ईमेल और वीडियो-ऑडियो कॉल के जरिए अपनी स्क्रीनिंग करा पाएंगे। मरीजों को ट्रैवल हिस्ट्री भी बतानी होगी। लोग टेलीफोन और मोबाइल से सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक डॉक्टरों से बात कर सकेंगे। दो बजे के बाद एक्सपर्ट से प्रिस्क्रिप्शन मिलेगा।
एमपी: भोपाल-उज्जैन-इंदौर को नहीं एमपी में भोपाल, इंदौर, उज्जैन को छोड़कर अन्य जिलों में मिलेगी ज्यादा राहत
मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस का सबसे ज्यादा खतरा इंदौर, भोपाल और उज्जैन में ही है। ऐसे में सरकार 20 अप्रैल के बाद यहां कम ही राहत देगी। हालांकि, राज्य में करीब 3000 किराना दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी गई है। वहीं, आटा चक्की भी खोलने के आदेश भी दिए हैं। संक्रमण का खतरा जिन जिलों में नहीं है, बीस अप्रैल से वहां व्यावसायिक गतिविधियां सामान्य करने की कवायद होगी।
छत्तीसगढ: अस्पताल-कारोबार शुरू करने की तैयारी
भूपेश बघेल सरकार ने 20 अप्रैल से राज्य में अस्पताल और कारोबार शुरू करने की तैयारी कर ली है। सरकार ने अस्पतालों में ओपीडी शुरू करने को कहा है। लेकिन, इसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा है। सरकार का सुझाव है- अस्पताल फोन पर मरीजों के नंबर लगाकर उन्हें बुलाएं, जिससे भीड़ न लगे। वहीं, कारोबारी 25 फीसदी कर्मचारियों के साथ अपना कारोबार शुरू कर सकते हैं, बशर्ते वह कर्मचारियों के रहने और खाने की व्यवस्था करें।
बिहार के 27 जिलों में 20 अप्रैल के बाद मिल सकती है राहत, यहां एक भी कोरोना पॉजिटिव नहीं
बिहार के 27 जिले ऐसे हैं जहां मंगलवार तक कोरोना का कोई संक्रमित नहीं मिला है। ऐसा ही रहा तो इन जिलों में 20 अप्रैल के बाद राहत मिल सकती है। बिहार के 27 जिले ग्रीन जोन में हैं। प.चंपारण, पू.चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज, कटिहार, बांका, जमुई, शेखपुरा, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद, रोहतास, कैमूर, बक्सर और आरा जिले में कोरोना को कोई रोगी नहीं मिला है। 20 अप्रैल तक अगर इन जिलों में कोरोना का मरीज नहीं मिलता है तो राहत मिल सकती है। राज्य के आठ जिले ऑरेंज जोन में हैं। गोपालगंज, सारण, पटना, नालंदा, गया, लखीसराय, मुंगेर और भागलपुर में कोरोना के मरीज मिले हैं।(इनपुट भास्कर)