मुज़फ्फरुल इस्लाम,घोसी (मऊ) इस विपदा की घड़ी में कोई व्यक्ति राशन के बगैर भूखे न रह जाय, यह हर भारतीय का एक संकल्प है। इसी संकल्प को पूरा करने के लिए राज्य उत्कृष्ट शिक्षक से सम्मानित शिक्षक व वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. रामविलास भारती व्यक्तिगत रूप से गरीबों, असहायों व विधवाओं को भोजन सामग्री वितरित कर रहे हैं। आज भोजन के संकट से जूझ रहे जरूरतमंदो को पहले चिन्हित कर जिसमें रघौली, घोसी व धरौली में पात्र व्यक्तियों को कुल लगभग तीन कुन्तल गेंहू, चावल उनके घर-घर जाकर वितरित किया। जिसमें कुछ ऐसे दिहाड़ी मजदूर हैं जो बिहार के रहने वाले हैं किन्तु लॉकडाउन के कारण वह घर वापस नही जा पाए हैं उनके लिए भोजन का संकट आ गया है जिसके तहत डॉ.भारती द्वारा उन्हें भी राशन आदि दिया गया। तथा उन्होंने 9415260840 टोल फ्री मोबाइल नम्बर भी जारी किया कि यदि कोई व्यक्ति भोजन की समस्या से जूझ रहा है तो उन्हें अवगत कराएं उसकी तुरन्त मदद की जाएगी। यह इनका एक शिक्षक के रूप में अनोखा प्रयोग है।
गांव में सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए उपस्थित अभिभावकों आदि को मोबाइल पर दीक्षा एप, ई-पाठशाला आदि के बारे में भी बताया ताकि बच्चे घर बैठे अपनी पढ़ाई कर सकें।डॉ.रामविलास भारती ने व्यक्तिगत जन जागरूकता व सहायता अभियान के दौरान कहा कि रोटी, कपडा, मकान व सम्मान किसी भी व्यक्ति के जीवन की मूलभूत आवश्यकता है। और यदि किसी कारणवश यह नही मिल पा रहा है तो हम नौकरी पेशा वालों की जिम्मेदारी है कि उनकी सहायता करें। आज का दौर राष्ट्रीय संकट का है इसमें हम भारतीयों को इस संकल्प के साथ कि अंधविश्वास को भगाना है, कोरोना को हराना है, संयमित रहना होगा और देखना होगा कि कोई भी पड़ोसी भूखे न रह जाये। साथ ही इसके लिए हम सबको मिलकर सोशल डिस्टेंसिग का ध्यान रखते हुए हर व्यक्ति को भोजन सुलभ कराने हेतु प्रयास करना ही सच्ची भारतीयता है।
इस अवसर पर लॉकडाउन एवं सोशल डिस्टेंसिग का ध्यान रखते हुए हीरा, सुनीता, बच्चियां, बिनोद आदि की उपस्थित रहे।