सी॰ए॰ए॰ को लेकर देश और विदेशों में तक में हो रहे पुरज़ोर विरोध के साथ साथ बॉलीवुड के सैकड़ों सितारों ने खुल कर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इस नए ऐक्ट को देश तोड़ने वाला ऐक्ट बताते हुए विरोध दर्ज करवाया है लेकिन ये सिलसिला दिन ब दिन तूल पकड़ते जा रहा है
इसी कड़ी में अब एक और फ़िल्म डायरेक्टर ने सी॰ए॰ए॰ के विरोध में मोर्चा खोल दिया है लेकिन विरोध का तरीक़ा इस डायरेक्टर ने सबसे अलग चुना है
हम बात कर रहे हैं फ़िल्म डायरेक्टर एच ई अमजद खान की,उन्होंने अपने ट्वीटर अकाउंट पर एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने सी॰ए॰ए॰ का फुल फ़ॉर्म बताया है
एच ई अमजद खान ने ट्वीट किया है ‘I’m coming
CITIZEN ABHORRENT ACT
(CAA)’
फ़िल्म डायरेक्टर के अनुसार CAA एक घिनौना ऐक्ट है,एच ई अमजद खान के इस ट्वीट के बाद नया विवाद पैदा हो सकता है
बताते चलें कि CAA के विरोध में जामिया से शुरू हुए विवाद और हिंसा के बाद पूरे देश ही नही बल्कि देश भर की यूनीवर्सिटियों के साथ विदेश के अधिकांश बड़ी यूनीवर्सिटियों ने कड़ा विरोध दर्ज करवाया था जो आज भी जोरशोर से जारी है
पिछले दिनों JNU में नक़ाबपोश बदमाशों द्वारा छात्र छात्राओं के साथ साथ टीचरों पर हमले के बाद देश एक बार फिर उबल पड़ा है जिसके बाद CAA के ख़िलाफ़ होने वाले प्रदर्शन को और भी धार मिल गयी है
*कौन हैं एच ई अमजद खान?*
अमजद खान मूलरूप से कोलकाता के रहने वाले हैं वे यूनाइटेड नेशन के गुड विल ऐम्बैसडर,पाँच बार के वर्ल्ड फ़ाइट चैम्पीयन,राइटर,डायरेक्टर,पेंटर एवं म्यूज़िक डायरेक्टर भी हैं
यहाँ सबसे अहम बात ये है कि डायरेक्टर एचई अमजद खान के निर्देशन में बनी फ़िल्म जो पाकिस्तान की एक आम लड़की ‘मलाला’ जिसे अब पूरी दुनिया भलीभाँति जानती है पर फ़िल्म बनाई है जिसका नाम ‘Gulmakai’ है वो जनवरी 31 को रिलीज़ होने जा रही है जिसका 9 जनवरी को ट्रेलर भी रिलीज़ हुआ है और 10 जनवरी को ऐसी स्थित में एचई अमजद खान द्वारा CAA के विरोध में बोलना सांप के बिल में हाथ डालने जैसा घातक और फ़िल्म के लिए नुक़सानदेह साबित हो सकता है
वहीं दूसरी तरफ़ जे॰एन॰यू॰ में हुई हिंसा पर दीपिका पादुकोण अपने आने वाली फ़िल्म छपाक को दांव पर लगाते हुए JNU में ख़ुद पहुँच कर पीड़ित छात्रों के समर्थन में हिस्सा लिया था जिसपर भाजपा समर्थक ही नही दिग्गज भाजपा नेताओं के निशाने पर आगयीं थीं लेकिन वहीं दीपिका के समर्थन में भी देश भर कई यूनीवर्सिटियाँ ही नही बल्कि विपक्षी दलों के राष्ट्रीय स्तर के दिग्गज नेताओं ने खुल कर समर्थन किया था