नई दिल्लीः गुजरात में बड़े .फर्जी नोट के कारोबार का खुलासा हुआ है. इस मामले में गुजरात की अपराध शाखा ने अब तक अलग-अलग जगहों से पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. इन सभी के पास से एक करोड़ रूपए से ज्यादा के फर्जी नोट भी बरामद हुए हैं. हैरानी की बात यह है कि यह पूरा रैकेट खेड़ा जिले में स्थित स्वामीनारायण मंदिर से चलाया जा रहा था. मंदिर में बने एक कमरे से चल रहे फर्जी नोट छापने के इस रैकेट का अब भांडाफोड़ हो गया है.
दरअसल इस पूरे रैकेट का खुलासा शनिवार को गुजरात के ही सूरत में क्राईम ब्रांच की कार्रवाई में हुआ. क्राईम ब्रांच ने अपने मुखबिरों की सूचना पर सबसे पहले 19 साल के प्रतीक डी चौडवाडिया को उस वक्त पकड़ा जब वह देर रात अपनी कार में. फर्जी नोट लेकर सड़क पर घूम रहा था. चौडवाडिया के पास से दो हजार रुपए के कुल 203. फर्जी नोट पकड़े गए. चौडवाडिया ने क्राईम ब्रांच से पूछताछ में खुलासा किया कि नकली नोटों का ये रैकेट खेड़ा जिले के अम्बाव गांव स्थित स्वामीनारायण मंदिर के परिसर में बने एक कमरे से चल रहा है.
चौडवाडिया से मिली जानकारी पर क्राईम ब्रांच की टीम जब मंदिर परिसर स्थित कमरे पर पहुंची तो दंग रह गई. पुलिस ने मंदिर के कमरे से भारी संख्या में फर्जी नोट के साथ फर्जी नोट छापने की मशीन भी बरामद की. पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक स्वामीनारायण मंदिर का पुजारी राधारमन स्वामी भी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार राधारमन मंदिर के उसी कमरे में रहता था जिसमें. फर्जी नोट छापने की मशीन को छिपा कर रखा गया था. दबिश के दौरान पुलिस ने कमरे से दो हजार रुपए के 2,500 फर्जी नोट बरामद किये.