मिल्लत टाइम्स,रामपुर:उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा सांसद आजम खान के बेटे अब्दुल्ला को रामपुर पुलिस ने पर्सनल बॉन्ड पर रिहा कर दिया। रामपुर एसपी अजयपाल शर्मा ने कहा कि अब्दुल्ला को जौहर यूनिवर्सिटी में छापेमारी के दौरान सरकारी कार्य में बाधा डालने के बाद हिरासत में लिया गया था। कार्रवाई के दौरान पार्टी समर्थकपुलिस से भिड़ गए थे।
पुलिस ने कहा कि अभी तक यूनिवर्सिटी से 2,500 दुर्लभ चोरी हुई किताबें बरामद की गई है। इस यूनिवर्सिटी की स्थापना आजम खान ने की थी। दूसरी ओर, फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट बनवाने के आरोप में भी मंगलवार को अब्दुल्ला के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। अब्दुल्ला स्वार-टांडा सीट से विधायक हैं।
पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा कि मंगलवार से शुरू हुई छापेमारी बुधवार को भी हुई। सीनियर अधिकारियों ने कहा कि स्टाम्प्स के साथ 2500 किताबों का 50 बॉक्स बरामद किया गया। किताबें प्राचीन और मूल्यवान हैं।
मामले की जांच 16 जून से हो रही
मामले की जांच 16 जून को शुरू हुई थी। रामपुर के ओरिएंटल कॉलेज के प्रिंसिपल जुबैर खान ने 9,000 से अधिक पुस्तकों को चोरी करने और जौहर विश्वविद्यालय के पुस्तकालय ले जाने का आरोप लगाते हुए एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
हिरासत के खिलाफ कार्यकर्ताओं ने राजभवन मार्च किया
अब्दुल्ला को हिरासत में लिए जाने के बाद सपा नेता नरेश उत्तम के नेतृत्व में पार्टी नेता राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलने के लिए राजभवन की ओर मार्च किया। उन्होंने राज्यपाल के आधिकारिक भवन के सामने धरना प्रदर्शन किया। उन्हें आनंदीबेन से नहीं मिलने दिया गया। इस दौरानकार्यकर्ताओं ने योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
भाजपा सरकार राजनीतिक बदला ले रही- नरेश उत्तम
नरेश उत्तम ने कहा कि भाजपा सरकार राजनीतिक रूप से बदला ले रही है। सपा कार्यकर्ताओं की हत्याएं करवाई जा रही है और फर्जी मामलों में फंसाया जा रहा है। हम इसके खिलाफ लड़ते रहेंगे। पूर्वी एसपी सुरेश चंद्र रावत ने कहा कि हमने सड़क पर जाम न लगे इसके लिए उन्हें वहां से हटा दिया। किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्हें पुलिस लाइंस लाया गया है।
गुरुवार को रामपुर में सपा का प्रदर्शन
पार्टी के एक सूत्र ने बताया कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बरेली, पीलीभित, संभल, अमरोहा, मोरादाबाद और बिजोर में कार्यकर्ताओं से गुरुवार को रामपुर पहुंचकर प्रदर्शन करने के लिए कहा है।