आम आदमी को बढ़ती महंगाई का झटका है. खासकर दाल और अनाज की कीमतें बढ़ने से मई महीने में खुदरा महंगाई दर में जबरदस्त उछाल आया है. खुदरा महंगाई दर 2.92 फीसदी से बढ़कर 3.05 फीसदी हो गई है. वहीं मई महीने में कोर सीपीआई अप्रैल के 4.6 फीसदी से घटकर 4.2 फीसदी पर रही है.
इसके अलावा खाद्य पदार्थों की महंगाई दर बीते महीने 1.1 फीसदी से बढ़कर 1.83 फीसदी पर रही, जबकि सब्जियों की महंगाई 2.87 फीसदी से बढ़कर 5.46 फीसदी पर पहुंच गई है.
हालांकि मई में ईंधन और बिजली की महंगाई दर 2.56 फीसदी से घटकर 2.48 फीसदी पर आ गई. जबकि हाउसिंग की महंगाई दर अप्रैल के मुकाबले मई महीने में 4.76 फीसदी से बढ़कर 4.82 फीसदी पर पहुंच गई.
जानकारों की मानें तो अरहर दाल की कीमतों में बढ़ोतरी का असर खुदरा महंगाई पर साफ दिख रहा है. अप्रैल महीने में खुदरा महंगाई दर 2.92 फीसदी थी. जो मई में 3.05 फीसदी पर पहुंच गई.
इसस पहले अक्टूबर 2018 में खुदरा महंगाई दर 3.38 फीसदी थी. यानी पिछले 7 महीने में खुदरा महंगाई दर मई में सबसे उच्च स्तर पर है. हालांकि, औद्योगिक उत्पादन के मोर्चे पर बेहतर आंकड़े आए हैं. अप्रैल में इंडस्ट्रियल ग्रोथ बढ़कर 6 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. यह -0.1 फीसदी से बढ़कर 3.4 फीसदी है.