मिल्लत टाइम्स,नई दिल्ली:नोटबंदी के बाद बंद हो चुके 500 और 1000 रुपये के नोट पेट्रोल पंपों पर कितने भुगतान किए गए इसका आंकड़ा भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पास नहीं है। इसकी जानकारी सूचना के अधिकार(RTI)के जरिए मिली है। आरबीआइ ने बताया कि ईंधन भरवाते वक्त पुराने नोट से कितना भुगतान किया गया उसका रिकॉर्ड नहीं है।
पिछले साल अगस्त में आरबीआइ ने कहा था कि 99.3 फीसद पुराने नोट बैंक में वापस आ गए हैं। आरबीआइ ने दावा किया था कि जब सरकार ने नोटबंदी का अप्रत्याशित फैसला लिया तब 15.41 लाख करोड़ 500 और 1000 के पुराने नोट चलने में थे। नोटबंद के बाद 15.31 लाख करोड़ बैंक में वापस आ गए थे। सरकार ने दावा किया था कि नोटबंदी से ब्लैक मनी पर लगाम लगी है और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा है।
8 नवंबर 2016 को नोटबंद के बाद केंद्र सरकार ने 25 नवंबर 2016 तक बंद हो चुके 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को 23 सेवाओं में चलन की मंजूरी दी थी। इनमें अस्पताल, डेयरी, रेलवे टिकट, सार्वजनिक परिवहन, हवाई टिकट, पेट्रोल पंप, मेट्रो रेल टिकट, मेडिकल स्टोर, बिजली और पानी बिल समेत 23 सेवाओं में पुराने नोटों को स्वीकार करने की अनुमति दी थी।
बता दें कि काले धन पर लगाम लगाने के लिए ऐतिहासिक फैसला लेते हुए सरकार ने 8 नवंबर 2016 को 500 और 1000 रुपये के नोटों को अमान्य करार दे दिया था, हालांकि सरकार ने इन्हें नए नोटों से बदलवाने के लिए लोगों को कुछ वक्त भी दिया था।(इनपुट जागरण)