मिल्लत टाइम्स,नई दिल्ली:चुनाव से कुछ महीने पहले मोदी सरकार ने जनरल कैटेगरी के लोगों को 10 फीसदी आरक्षण देने का एलान किया है. सरकार के इस फैसले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मास्टर स्ट्रोक बताया जा रहा है तो वहीं विपक्ष की ओर से इसे चुनावी जुमला करार दिया गया है. हालांकि तमाम सियासी बयानबाजी के बीच आरक्षण देने से जुड़ा 124वां संविधान संशोधन बिल लोकसभा से पास हो चुका है. यानी अब आरक्षण का लाभ हासिल करने के लिए ज्यादा लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा.
अगर आप आर्थिक रूप से कमजोर की कैटेगरी में आते हैं तो इसका फायदा लेने के लिए अपनी तरफ से तैयार रहें. कहने का मतलब ये है कि आप अपने जरूरी डॉक्युमेंट्स तैयार रखें. आज हम आपको इस रिपोर्ट में कुछ जरूरी डॉक्युमेंट के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बिना आरक्षण का लाभ मिलना मुश्किल है.
अगर आप आरक्षण का लाभ लेने वाले कैंडिडेट हैं और अभी तक आधार कार्ड नहीं है तो आपकी परेशानी बढ़ जाएगी. दरअसल, वर्तमान दौर में आधार कार्ड भारतीय नागरिक होने की पहचान के तौर पर दिखाया जाता है. इसके जरिए आपकी पूरी जानकारी हासिल की जा सकती है इसलिए इसे नौकरी में अनिवार्य कर दिया गया है. अगर आपने अभी भी आधार कार्ड नहीं बनवाया है तो उसे तुरंत बनवा लें.
इसके अलावा पैन कार्ड भी जरूरी डॉक्युमेंट की कैटेगरी में आता है. अगर आपने अभी तक पैन कार्ड नहीं बनवाया है तो जल्द ही इसके लिए अप्लाई कर दें. क्योंकि वर्तमान में पैन सभी नौकरी और सेवाओं के लिए अनिवार्य कर दिया गया है.
चूंकि सामान्य वर्ग को आरक्षण आर्थिक आधार पर मिल रहा है इसलिए आपको पैरंट्स की आय दिखानी होगी. इसके लिए आपको आय प्रमाण पत्र बनवाना होगा. आय प्रमाण पत्र के लिए कई राज्यों में ऑनलाइन आवेदन करना होता है. तहसीलदार ऑफिस प्रमाण पत्र जारी करने के लिए अधिकृत होता है. यूपी जैसे राज्यों में जनसेवा केंद्र से भी इसे बनवाया जा सकता है. अमूमन अप्लाई करने के 15 दिन के अंदर आय प्रमाण पत्र बन जाता है.
बता दें कि सामान्य वर्ग के उन लोगों को आरक्षण का फायदा मिलेगा जिनकी सालाना आय 8 लाख से कम है. इसके अलावा 5 एकड़ से कम की खेती की जमीन है और 1000 स्क्वायर फीट से कम का घर होने की स्थिति में भी आरक्षण का लाभ मिल सकेगा. वहीं जिनके पास किसी नगर निगम में 109 गज से कम अधिसूचित जमीन है. वह भी इसके योग्य है.