हरियाणा कांग्रेस विधायक दल के उप नेता चौधरी आफताब अहमद ने चंडीगढ़ में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला मुलाकात की जिसमें मुद्दा नूह से अलवर बॉर्डर तक राष्ट्रीय राजमार्ग 248 ए के फोर लेन के काम को शुरू करने व आईएमटी मेवात में युवाओं के रोजगार के अवसरों के लिए कंपनी लगाने की मांग रही।
नूह विधायक व कांग्रेस विधायक दल के उप नेता चौधरी आफताब अहमद ने उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को कहा कि 2014 में कांग्रेस सरकार में उन्होंने गुड़गांव अलवर मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग 248 ए का दर्जा दिलाया था। गुड़गांव से नूह तक फोर लेन हो गया था, नूह से अलवर सीमा तक सड़क को चौड़ा किया गया था। पूरे काम का डी पी आर बन चुका था कोई प्रक्रिया बाकी नहीं थी।
केंद्र में व प्रदेश में सरकार बदलने के बाद काम को रोक दिया गया जो दुर्भाग्य पूर्ण है। सीएलपी उप नेता आफताब अहमद ने उप मुख्यमंत्री को कहा कि छह सालों में कुछ काम परियोजना पर नहीं हुआ है।
उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने उप नेता कांग्रेस विधायक दल आफताब अहमद को आश्वस्त किया कि वो उनकी मांग को पूरा करने के लिए हर सकारात्मक करवाई करेंगे। प्रदेश सरकार मामले को गंभीरता से लेकर, आगे जरूरी करवाई करेगी।
इसके अलावा नूह विधायक व सीएलपी उप नेता आफताब अहमद ने उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ती जा रही है, मेवात के युवा भी बेरोजगारी से बुरी तरह से जूझ रही है, इसलिए आईएमटी मेवात जो कांग्रेस ने वहां उद्योग धंधे शुरू करने के उद्देश्य से बनाया था, छह साल बीत जाने के बाद भी एक भी कंपनी वहां प्रदेश सरकार नहीं ला सकी जो गलत है।
आफताब अहमद ने उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से मांग की है कि आईएमटी मेवात में कंपनी लगाई जाएं, ताकि युवा वर्ग को रोजगार मिल सके। नूह विधायक ने एक बात और जोड़ते हुए कहा कि यहां आने वाली कंपनियों में यहां के स्थानीय बच्चों को विशेष रूप से प्राथमिकता देकर नौकरी दी जाए। उप मुख्यमंत्री ने कांग्रेस उप नेता को आश्वस्त किया है कि आईएमटी मेवात में कंपनियां जल्द आएंगी और वहां के युवाओं को भी रोजगार देने की दिशा में जरूरी क़दम उठाएंगे और उनकी मांगों को सकारात्मक सोच के साथ पूरा किया जाएगा।
आफताब अहमद ने उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से मुलाकात के बाद बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि नूह से अलवर बॉर्डर का फोर लेन किया जाना बहुत जरूरी है, गुड़गांव से नूह तक का काम हो चुका है, सरकार अब इस परियोजना को मुंबई वडोदरा एक्सप्रेस वे की आड में बंद करना चाहती है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। गुड़गांव अलवर मार्ग का महत्व अलग है, एक्सप्रेस वे का अलग है।
आईएमटी मेवात में भी 6 साल बीत जाने के बाद भी कंपनी ना लाना सरकार की मानसिकता को दर्शाता है। आज उप मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उन्हें सकारत्मक आश्वाशन मिला है, उम्मीद है कि दल गत राजनीति से ऊपर उठकर सरकार मेवात के विकास की बात सोचेगी।
सीएलपी उप नेता आफताब अहमद ने कहा कि उन्होंने पहले मुख्यमंत्री से भी मांग की थी, विधानसभा में भी मामला उठाया था, कई पत्राचार कर चुके हैं, एनएचएआई को भी लिखा है, लेकिन समाधान अभी हुआ नहीं है।