नई दिल्ली : सुदर्शन टीवी चैनल की पत्रकार ने सरेआम हल्दीराम के स्टाफ से बदतमीजी करती नजर आई। इतना ही नहीं एक स्नैक्स के पैकेट पर उर्दू में नाम लिखने होने के कारण उसने हल्दीराम में जाकर हंगामा किया।
जिसका वीडियो सोशल माडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो को देखकर ऐसा लग रहा है कि मैडम को उर्दु नाम से ज्यादा ही नफरत है। इस मामले की सोशल मीडिया पर लोगों ने ख़ूब निंदा की है।
वहीं कुछ लोगों ने तो सुझाव दिया है कि पैकेट पर लिखी हुई भाषा अरबी है, उर्दू नहीं। उनका तर्क है कि ऐसा इसलिए है क्योंकि हल्दीराम को मध्य पूर्व में निर्यात किया जाता है। अब जाहिर है यदि किसी अरबी भाषी देश में सामान का निर्यात किया जाता है तो उस देश के लोगों को सामान के बारे में बताने के लिए उस देश की भाषा का ही इस्तेमाल किया जा सकता है।
पत्रकार अलीशान जाफरी ने ट्वीट किया है, ‘हल्दीराम स्टाफ का अद्भुत संयम। लेकिन सुदर्शन की ‘शेरनी’ को पता होना चाहिए कि यह अरबी है न कि उर्दू। हल्दीराम कई मुसलिम बहुल देशों को निर्यात करता है जो बिना किसी भेदभाव के भारतीय उत्पाद खरीदते हैं।’
Amazing restraint by the Haldiram staff. BTW, Sudarshan's ‘sherni’ should know that it's Arabic and not Urdu. Haldiram exports to muliple Muslim majority countries who buy Indian products without discrimination.pic.twitter.com/jic6ASOo15
— Alishan Jafri (@alishan_jafri) April 5, 2022
मोहम्मद वसीम नाम के यूज़र ने लिखा है, ‘सुरेश चव्हाणके, आपको हल्दीराम ही नहीं, भारतीय मुद्रा का भी बहिष्कार करने की आवश्यकता है। क्योंकि प्रत्येक भारतीय मुद्रा में लिखी जाने वाली अंतिम भाषा ‘उर्दू’ है।
Not only #Haldirams ,
Suresh Chavhanke you need to boycott Indian currency too.Bcoz the last language written in every Indian currency is 'Urdu' . pic.twitter.com/We0yI2uqRh
— Mohammad Waseem (@wasiiyc) April 5, 2022
दूतीचंद नाम के यूज़र ने ट्वीट किया है कि ‘सिर्फ़ हल्दीराम ही क्यों पतंजलि और चिप वाला 2000 का नोट भी बायकॉट करो।’
#BoycottPatanjali #Boycott Chip wala 2000 ka note …
why only #Haldirams pic.twitter.com/WxHY5IoCkT— Duttee Chand (@ChandDuttee) April 6, 2022
एक अन्य यूज़र ने भारतीय रेलवे के संकेतों की तसवीर को पोस्ट करते हुए लिखा है, ‘क्या रिपोर्टर रेलवे के पास जाएगी और पूछेगी कि यह क्या है?’
Here is some Urdu text. Will this reporter go to the Railways and ask what it is about? #Haldirams pic.twitter.com/DGZ8KDUoXv
— Drama Prasad Mukherjee (@KSasiKL1987) April 5, 2022
बता दें कि सुदर्शन टीवी कई बार कथित तौर पर नफ़रत फैलाने वाली ख़बरों को लेकर सुर्खियों में आ चुका है। एक बार तो सुप्रीम कोर्ट ने इसकी जबरदस्त खिंचाई की थी। 2020 के सितंबर महीने में सुप्रीम कोर्ट ने सुदर्शन टीवी के कार्यक्रम ‘नौकरशाही जिहाद’ या ‘यूपीएससी जिहाद’ के प्रसारण पर रोक लगा दी थी। कोर्ट ने कहा था कि ‘आप एक धर्म विशेष को टारगेट नहीं कर सकते।