असम की Assamese Indigenous मुसलमानो की अर्थ-सामाजिक पियल।

संख्यालघु मंत्री रंजीत दत्त के अध्यक्षता में असम सचिवालय में बिशेष बैठक।

चाईजुर रहमान, गुवाहाटी, 11 फरवरी:– आसाम की Assamese Indigenous मुसलमानो की अर्थ-समाजिक हालात के ऊपर पियल (Census) के लिए आज असम सचिवालय में एक बिशेष बैठक का आयोजन किया गया। असम सरकार के संख्यालघु मंत्री रंजीत दत्त के अध्यक्षता में दिन के ग्यारह बजे ये बैठक सम्पन्न हुवा। Assamese Indigenous मुसलमानो की कुल 21 संगठनो ने इस बैठक में हिस्सा लिया।

गौरतलब है की असम में लगभग 45 लक्ष Assamese Indigenous मुस्लिम है और ये लोग पिसले कोई अर्से से घुसपैठी मुसलमानो की वजह से अपनी संस्कृति, पहचान खोने की टडर में है। इसी के कारण Assamese Indigenous मुसलमानो ने कोई सालो से अपना संस्कृति, पहचान को बचाने के लिए संग्राम करते आ रहे है और सरकार से सुरक्षा की मांग करते रहे है। असम सरकार ने 2019-20 के वजट में Assamese Indigenous मुसलमानो की संस्कृति, पहचान, सुरक्षा के लिए 100 कोड़ोर रूपया का घोषित किया था। और इसके चलते Assamese Indigenous मुसलमानो की अर्थ-सामाजिक पियल (Census) के लिए इस साल 2 कोड़ोर रूपया धार्ज किया है।

आज की इस बैठक में संख्यालखु मंत्री रंजीत दत्त ने Assamese Indigenous मुस्लिम गोरिया, मोरिया, देशी, सैयद, जोला, मैमल आदि समुदाय की जल्द से जल्द पियल (Census) होने की घोषणा की है। और ये पियल (Census) असम सरकार के राजह, गृह और संख्यालखु बिभाग द्वारा होने की पेशकश की। उल्लेखनीय है की इस पियल (Census) से असम की Assamese Indigenous मुसलमानो को सरकारी रिजर्वेशन मिलने की ओर एक अहम कदम कह जा सकते है। वही बैठक में Assamese Indigenous मुसलमानो के लिए एक कॉरपोरेशन बोर्ड गठन करने पर भी चर्चा किया गया।pp

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is a young journalist & editor at Millat Times''Journalism is a mission & passion.Amazed to see how Journalism can empower,change & serve humanity