मोतिहारी ( फजलूल मोबीन )जमीयत उलेमा पूर्वी चंपारण की एक महत्वपूर्ण बैठक गुरुवार को नक्छेद टोला मस्जिद परिसर में हुई, जिसमें बड़ी संख्या में जमीयत उलेमा के सदस्यों ने भाग लिया। इस अवसर पर 2020 में जनगणना रजिस्टर को पंजीकृत करने के लिए दस्तावेजों और कागजात में सुधार कराने को लेकर चर्चाएं हुईं ।
वहीं 2 अक्टूबर से लागू होने वाले नए भूमि कानूनों को ध्यान में रखते हुए चर्चा हुई।
इस अवसर पर पूर्वी चंपारण जिला समिति के सदस्यों ने आग्रह किया के: 2020 की जनगणना से पहले अपने कागजात दुरुस्त कर लें। खासकर नाम, जन्मतिथि और पता तो निश्चित रूप से सही करा लें । विशेष रूप से अभी 30 सितंबर तक वाटरलिस्ट्स में नाम और त्रुटियों को सुधारने का काम चल रहा है। यदि आपके नाम या पते में कोई गलती है, तो कृपया www.nsvp.in पर जाएं या इसे स्वयं ठीक करें। अन्यथा अपने “बीएलओ” के साथ आवश्यक ठीक करावें ।
इस संबंध में मस्जिद के इमामों और अन्य संगठनों के लिए जिम्मेदार लोगों से अनुरोध किया गया था कि वे शुक्रवार को जुमा की भाषण के दौरान इसे एक विशेष विषय बनाकर जन-जन तक जागरूकता लाएं। और कुछ घोषणाएं करके इसे एक नियमित टीम बनाएं ताकि काम करना आसान हो ।।
उसी समय इस बात पर जोर दिया गया था कि: 2 अक्टूबर से लागू होने वाले नए भूमि कानून को ध्यान में रखते हुए मस्जिद , कब्रिस्तान , ईदगाह की रजिस्ट्री नहीं हुई हो तो करा लें ताकि आने वाले दिनों में किसी मुश्किल का सामना न करना पड़े।
बैठक की अध्यक्षता मौलाना अब्दुल सलाम कासमी ने की। बैठक में जिला, अनुमंडल और ब्लॉक स्तर के सदस्यों ने भाग लिया। विशेष रूप से, मौलाना हदीस कासमी, मौलाना तैयब असदी, मौलाना नजरुल मोबीन नदवी, मौलाना बहाउद्दीन कासिमी, मौलाना जलालुद्दीन कासिमी, मौलाना जावेद आलम कासमी, मौलाना अमानुल्लाह मजाहरी एवं अन्य सदस्य मौजूद रहे ।