अमीरे शरीअत मौलाना मोहम्मद वली रहमानी साहब ने सुनी लोगों की समस्या एँ
मिल्लत टाइम्स,सीतामढ़ी:सीतामढ़ी में इमारत शरिया की निगरानी में दो दिवसीय विशेष सत्र चल रहा है, अमीर शरीयत , हज़रत मौलाना सैयद मुहम्मद वली रहमानी की अध्यक्षता में इजलास का पहला सत्र 6 मार्च बुधवार को सुबह 10:30 बजे मदरसा रहमानीया मेहसौल के समीप मैदान मे शुरू हुआ। इस इजलास में अपने विचार रखते हुए अमीरे शरीयत ने शिक्षा पर ज़ोर देते हुए कहा की माँ बाप की ज़िम्मेदारी है की अपने बच्चों के शिक्षा का प्रबन्ध करें एवं उन्हें नैतिक शिक्षा भी दिलाएँ । उन्होंने आपस के झगड़ों को समाप्त करने एवं मिल जुल कर आपसी प्रेम , भाई चारा एवं अमन चैन से रहने की अपील की ।
उन्होंने कहा की इमारत शरीया के इस इजलास का मकसद यह है कि गाँव गाँव से इमारत शरिया के संमबंध को मजबूत किया जाए एवं आप से आप की समस्याएँ सुनी जाएँ एवं उन के समाधान कि कोशिश की जाए ।
इमारत शरीया के सचिव मौलाना अनिसुर रहमान कासमी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि इस्लाम की बुनियादी शिक्षाएँ सभी के लिए समान हैं जिस तरह एक मुसलमान की जान व माल इज्ज़त व आबरू कि हिफाज़त करना हमारे लिए ज़रूरी है उसी प्रकार एक गैर मुस्लिम की जान माल इज्ज़त व आबरू की रक्षा करना हमारा धर्म है । उन्होंने समाजिक बुराइयों , दहेज, तिलक कि रस्म, शराब एवं सूद की बुराई बयान करते हुए समाज को इन बुराइयों से पाक करने का आह्वान किया । इमारत शरिया के उप सचिव मौलाना स्नाउल होदा कासमी ने अपने वक्तव्य में इमारत शरिया के विभिन्न कामों पर विस्तार से चर्चा की और कहा कि इमारत शरिया एकता , अमन एवं भाई चारे की तालीम देता है और मिल जुल कर रहने एवं सामाजिक विकास के लिए काम करने पर ज़ोर देता है। इमारत शरिया के उप सचिव मौलाना शिबली अल कासमी ने इमारत शरिया के प्रतिनिधियों की जिम्मेदारियों को बयान किया और कहा कि इमारत शरीया के प्रतिनिधि कि ज़िम्मेदारी है कि वह अपने गाँव एवं सामज की चहुमुखी विकास एवं उनके नैतिक , शैक्षिक एवं आर्थिक बेहतरी के लिए कोशिश करे । इस पहले सत्र का संचालन इमारत शरीया के उप सचिव मौलाना मुफ़्ती सोहराब नदवी ने किया। इस इजलास मे मौलाना मुफती नजर तौहीद मुजाहिरी काजी ए शरीयत चतरा झारखंड एंव काजी इमरान साहब बालासाथ, मौलाना कमर अनीस कासमी भी उपस्थित थे। वहीं इजलास मे शहर के गणमान्य मदरसा रहमानिया मेहसौल के अध्यक्ष मो अरमान अली,सचिव जफर कमाल अलवी, मौलाना इजहार,मो कमर अखतर, शफीक खान,मो मुर्तुजा,अनवारुल्लाह फलक सबीह अहमद,मो आरिफ हुसैन, मो असद, डॉ साजिद अली खान ,शमस शाहनवाज ,हाजी मो हसमत हुसैन, हाजी मोख्तार आलम, हाजी अब्दुल्लाह रहमानी, बसारत करीम गुलाब, पत्रकार मो सदरे आलम नोमानी, मुन्ना तसलीम ,फैयाज आलम बबलू, सिफ्फत हबीबी, मो मुराद, सिकन्दर हयात,मो मजहर अली राजा समेत हजारो लोग शामिल थे।