मुस्लमानों ने पुतला जलाकर किया किसान विरोधी विधेयक का विरोध

केंद्र सरकार किसानों के साथ जबरदस्ती न करे: शाही इमाम पंजाब

लुधियाना पंजाब (मेराज़ आलम ब्यूरो रिपोर्ट )-आज यहां फील्ड गंज चौक में स्थित इतिहासिक जामा मस्जिद के बाहर मजलिस अहरार इस्लाम हिंद की ओर से केंद्र सरकार का पुतला फूंक कर किसान विरोधी विधेयक की जोरदार शब्दों में निंदा की गई। इस अवसर पर शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब-उर-रहमान सानी लुधियानवी ने कहा कि हैरत की बात है कि किसानों के विरोध में पारित किया गया कानून जबरदस्ती थोंपा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिन के लिए कानून बनाया गया है, अगर वही खुश व सहमत नहीं हैं तो ऐसे कानून का कोई फायदा नहीं। शाही इमाम ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पारित किये गये कानून से प्राइवेट कम्पनियों का ही भला होगा क्योंकि अगर सरकार का एम.एस.पी. से नियंत्रण कमजोर हो गया तो फसलों की कीमतें प्राइवेट सैक्टर ही तय करेगा।

शाही इमाम ने कहा कि एक किसान अगर इस नये कानून के मुताबिक अपनी फसल लेकर पड़ौसी राज्य में बेचने जाता है और वहां अगर उसको सही मूल्य नहीं मिलता तब भी वह अपनी फसल वहां बेचने को मजबूर होगा क्योंकि इतना भारी बोझ वह वापिस अपने गांव नहीं ला सकता। शाही इमाम ने कहा कि नये कानून का विरोध कर रहे किसानों का समर्थन सभी वर्ग के लोग इसलिए कर रहे हैं क्योंकि सभी लोगों का संबंध कहीं न कहीं खेत खलियान के साथ जुड़ा हुआ है। शाही इमाम ने कहा कि अपने खेतों की रक्षा करना किसान का धर्म है और हम इस आंदोलन में अपने किसान भाईयों के साथ हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसान सिर्फ किसान ही नहीं बल्कि यह किसान हमेशा ही देश की एकता व अखण्डता और धार्मिक कट्टरवाद के खिलाफ भी आवाज उठाते हैं। वर्णनयोग है कि आज जामा मस्जिद के बाहर मुसलमानों ने काली पट्टियां बांध कर केंद्र की मोदी सरकार द्वारा बनाये गये किसान विरोधी विधेयक का पुतला फूंककर जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर लोग जय जवान जय किसान, किसान भाईचारा जिंदाबाद, केंद्र सरकार मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे।

लुधियाना में शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान लुधियानवी की अगवाई में केंद्र सरकार का पुतला फूंक कर किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए मुस्लिम भाईचारे के लोग।

SHARE
is a young journalist & editor at Millat Times''Journalism is a mission & passion.Amazed to see how Journalism can empower,change & serve humanity