शराब की दुकानें खुल सकती है तो धार्मिक स्थान बंद क्यों?

केंद्र सरकार शोशल डिस्टेंस के साथ सर्व धर्म के धार्मिक स्थानों को खोलने का आदेश दें : शाही इमाम पंजाब

लुधियाना 8 मई (मेराज़ आलम ब्यूरो) : शराब की दुकानें खुल सकती है तो धार्मिक स्थान बंद क्यों रहें? केंद्र सरकार को चाहिए कि देश भर में सर्व धर्म के धार्मिक स्थानों में शोशल डिस्टेंस के साथ इबादत शुरू करवाए यह मांग आज यहां रमजान शरीफ के दूसरे जुम्मे के अवसर पर एतिहासिक जामा मस्जिद से शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने की। शाही इमाम ने कहा कि विश्व भर में कोरोना महामारी के बीच जब मरीजों की संख्या दिन-व-दिन बढ़ रही है तो सख्त कदम उठाने की बजाए केंद्र सरकार ने देश भर में शराब की दुकानें खोलने का आदेश जारी कर दिया है जो कि हैरत और दुख की बात है, शराब की दुकानें खुलने से दो दिन में ही शोशल डिस्टेंस खत्म होता नजर आ रहा है और उसके साथ ही शराब की वजह से घरेलू हिंसा के समाचार भी मिलने शुरू हो गए हैं। शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने कहा कि हम मोदी सरकार से पूछना चाहते हैं कि अगर शराब की दुकानें खुल सकती हैं तो धार्मिक स्थान बंद क्यों रखें जाऐ?

उन्होंने कहा कि देश भर में सभी धार्मिक स्थानों के क्षेत्र फल के अनुसार फासला रखते हुए प्राथना करने की वव्यस्था करवाई जाए। शाही इमाम ने कहा कि सभी धर्म स्थान कोविड-19 में लगातार लोगों की सेवा भी कर रहे हैं, भूखों को खाना और पानी पिला रहे हैं। शाही इमाम ने कहा सरकार अस्पतालों में धार्मिक स्थानों व समाज सेवी संस्थाओं की मदद ले रही है लेकिन जब लोगों को राहत देने की बात आए तो शराब खाने खुलवा दिय गए। शाही इमाम ने कहा की सभी धर्मों के पचास-पचास लोगों को रोजाना मास्क और सैनेटाईजर व सोशल डिस्टेंस के साथ अपने अपने धार्मिक स्थान में इबादत करने की इजाजत देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए दवाई के साथ दुआ बहुत जरूरी है। शाही इमाम ने स्पष्ट किया कि धार्मिक स्थानों को खोलने की मांग पवित्र रमज़ान शरीफ को लेकर नहीं की जा रही बल्कि सभी लोगों की आस्था को देखते हुए की गई है।

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is a young journalist & editor at Millat Times''Journalism is a mission & passion.Amazed to see how Journalism can empower,change & serve humanity