सीकर की बेटियों की हिफाजत व उन पर किये लाठीचार्ज के खिलाफ कोमरेड अमरा राम अनशन पर बैठेगे।

अशफाक कायमखानी।सीकर।
राज्य मे जनहित मे विभिन्न तरह के सफल आंदोलनो का नेतृत्व करने वाले राजस्थान विधानसभा मे चार दफा विधायक चुने जाने वाले माकपा राज्य सचिव कामरेड अमरा राम 28-अगस्त को सीकर मे छात्रसंघ चुनाव के सीलसीले मे श्री कल्याण गलर्स कालेज की पून:मतगणना की मांग का ज्ञापन देने जाने के समय छात्राओं पर पुरुष पुलिस कर्मियों द्वारा बीना वजह लाठीचार्ज करने के दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग को लेकर 19-सितंबर को सीकर कलेक्ट्रेट के सामने अपने अन्य दस साथियों के साथ अनशन पर बैठकर क्रमिक अनशन की शुरुआत करेगे।

राजस्थान मे लालगढ के नाम से विख्यात सीकर की श्री कल्याण गलर्स कालेज के छात्रसंघ चुनाव की मतगणना के तहत 28-अगस्त को पून:मतगणना का ज्ञापन देने के लिये वामपंथी छात्रसंगठन एसएफआई के छात्र-छात्राऐ जाने के समय रास्ते मे कल्याण सर्किल पर पुलिस के लाठीचार्ज करने पर अनेक छात्र व छात्राओं को चोटे आई। कुछ के हाथ टूटने की भी खबर है। इस लाठीचार्ज के बाद पुलिस ने अपने आला अधिकारियों के नेतृत्व मे माकपा दफ्तर पर धावा बोलकर अनेक लोगो को गिरफ्तार करके कोतवाली ले जाने के बाद कुछ छात्रो को देर रात पुलिस ने छोड दिया ओर पूर्व विधायक पेमाराम सहित कुछ माकपाइयो को गिरफ्तार करके अगले दिन न्यायालय मे पैश करके जैल भेज दिया। जो अगले दिन न्यायालय से जमानत मिलने पर रिहा हुये।

पुलिस लाठीचार्ज मे छात्राओं को पुरूष पुलिस कर्मियों द्वारा पीटने व घसीटने के फोटो व वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस के खिलाफ जनता मे आक्रोश पनपने लगा तो पुलिस ने एक सब इंस्पेक्टर व एक सिपाही को लाईन हाजिर कर दिया।लेकिन इस पुलिस कार्यवाही को लेकर किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कामरेड अमरा राम ने तीस अगस्त को कलेक्ट्रेट के सामने सभा करके छात्राओं पर अनावश्यक लाठीचार्ज करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की। पर जब किसी तरह की सरकार की तरफ से कोई कदम नही उठाया गया तो कोमरेड अमरा राम ने नो सितंबर को जिले मे दो घंटे बंद व चक्काजाम रखा। जो पूरी तरह सफल रहा। करीब 150 नाको पर चक्काजाम करने के बाद पुलिस ने माकपाइयों के खिलाफ सड़क जाम करने के मुकदमे दर्ज किये है।

जब चक्काजाम व बंद के बाद भी सरकार की तरफ से कदम नही बढे तो वामपंथी संगठनों ने 16-सितंबर को सीकर की क्रषि उपज मंडी मे विशाल सभा करने के बाद शामको सीकर कलेक्ट्रेट पर अनिश्चित कालीन महापड़ाव डाला , जो अभी निरंतर चल रहा है। महापड़ाव मे महिला-पुरुष कार्यकर्ता पड़ाव स्थल पर ही खाना बनाते व सोते है। एवं दिन मे सभा भी वही करने से रास्ता ही नही एक तरह से शहर जाम सा नजर आने लगा है। सरकार की तरफ से फिर भी कोई कार्यवाही नही होने पर महापड़ाव को जारी रखने के अतिरिक्त अमरा राम के नेतृत्व मे कल कुल ग्यारह कार्यकर्ता अनशन पर बैठकर क्रमिक अनशन की शूरुआत करने का ऐहलान किया है।

किसानो की मांगो को लेकर दो साल पहले किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कामरेड अमरा राम की अगुवाई ने लगातार तेराह दिन पड़ाव डालकर व हाइवे जाम करके सरकार को झुका कर सरकार से अपनी मांग मनवा चुके है। अमरा राम को लम्बा सफलतम आंदोलन चलाकर सरकार को झूकाने का अनुभव पहले से है। लेकिन इस दफा उनकी मांग नही मानने के सरकार पर सीकर जिले के एक सत्ता पक्ष के एक सीनियर विधायक का दवाब भी उनके आंदोलरत के समांतर चल रहा बताते है। जबकि विवाद के चलते पुलिस अधिकारियों का तबादला होना सरकार मे आम बात होती रही है।

हालांकि छात्रसंघ चुनावो मे धांधली को लेकर कालेज निदेशालय अलग से जाचं कर रहा है। जिसमे कालेज प्रिंसिपल को ऐपीओ पहले ही किया जा चुका है। पर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही को लेकर चल रहे आंदोलन के मध्य सम्भागीय आयुक्त व आईजी पुलिस एव जिला कलेक्टर से अनेक दफा आदोलनकारियों के प्रतिनिधियों की वार्ता होने के वावजूद परिणाम शून्य ही है।

कुल मिलाकर यह है कि छात्राओं को पुरुष पुलिस कर्मियों द्वारा पीटने व घसीटने की फोटो व वीडियो वायरल होने के बाद शहर मे पढने आने वाली छात्राओं व उनके अभिभावकों मे एक अजीब तरह का डर समा गया नजर आ रहा है। तीस अगस्त से चल रहे आंदोलन से लेकर आज तक कोई परिणाम नही आने से लोकतांत्रिक रुप से चूनी गई अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। 16-सितंबर से लगातार चल रहे महापड़ाव व अब महापड़ाव के बाद क्रमिक अनशन से अवाम को हो रही दिक्कतों को सरकार को समझ कर निर्णायक हल जल्द तलासना चाहिए। वरना जनता की नजर मे सरकार की छवि हिटलर शाही वाली बनती जा रही है।

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is a young journalist & editor at Millat Times''Journalism is a mission & passion.Amazed to see how Journalism can empower,change & serve humanity