मौलाना बदरुद्दीन अजमल जैसे ही लोकसभा में तलाक बिल पर बहस के लिए खड़े हुए उन्होंने अपने भाषण करने के बजाय बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी के किसी बात का जवाब देने लगे जिस पर सलफी मसलक का बात आ गया
मिल्लत टाइम्स,नई दिल्ली: आसाम से सांसद और एयूडीएफ के अध्यक्ष मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने अपनी इस बात से माफी मांग लिया है जो इन्होंने 27 दिसंबर को तलाक बिल पर बहस के दौरान कहा था और संसद को भी पत्र लिखकर इन्होंने अपशब्द को हटाने के लिए आगरा क्या है
मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने अपने लेटर हेड पर एक पत्र जारी किया जिसमें उन्होंने लिखा है कि मैं कहना कुछ और चाह रहा था कि लेकिन जवान कुछ और कुछ और निकल गया सल्फी भाई के ताल्लुक से हर गुजर मेरा ऐसा कोई सोच नहीं है
मौलाना द्वारा लिखा गया माफीनामा पत्र
मौलाना ने अपने पत्र में लिखा है कि कल (27 दिसंबर 2018 को) संसद में तलाक से संबंधित दिल पर बस में हिस्सा लेते हुए मैंने सभी भाइयों से संबंधित एक गलत और दे तू की बात कह दी थी जिसका मुझे बेहद अफसोस है मेरी नियत बिल्कुल ठीक बनी थी जो बहुत गलती से जवान से जवान पर आ गई मेरा सेल्फी भाई से संबंधित ऐसा बिल्कुल भी नहीं है जो दहशत गर्दी की हिमायत करते हैं जो दहशत गर्दी में पाए जाते हैं इसलिए मैं अपनी गलती का एहसास करते हुए संसद में दिए गए भाषण से माफी चाहता हूं अल्लाह से दुआ करता हूं कि वह हमारी कमियों को दूर करे,, में अपनी भाषण को संसद के रिकॉर्ड से हटाने की भी अनुरोध दे दी है जिसके बाद इंशाल्लाह वहां से हट जाएगा
वजह रहेगी मौलाना बदरुद्दीन अजमल जैसे ही संसद में तलाक बिल पर बहस के लिए खड़े हुए उन्होंने अपने भाषण करने की बजाय भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी के किसी बात का जवाब देने लगे जिस पर चलती मतलब का टच कर आ गया और और उसकी वजह से मौलाना की जवान से दहशत गर्दी की बात निकल गई इसका मौलाना को तुरंत ही एहसास हुआ और संसद से बाहर निकलते हुए उन्होंने इस पूरे मामले पर सफाई दी देर रात इन के दफ्तर से लेटर हेड पर एक पत्र भी जारी किया गया जिसमें 9 बगैर किसी झिझक के अपने अपनी बातों को बताते हुए सेल्फी मसलक के लोगों से माफी मांग ली है