नई दिल्ली, पीएम मोदी के पुल हादसे में घायल हुए लोगों से मिलने के लिए गुजरात के मोरबी शहर स्थित सरकारी अस्पताल का दौरा करने से पहले दिवारों पर पेंट और मरम्मत का काम किया गया। जिसके बाद लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए है।
मोदी मंगलवार को अस्पताल आएंगे। इसके मद्देनजर मजदूरों को 300 बिस्तर वाले अस्पताल के एक हिस्से को साफ करते तथा पेंट करते हुए देखा गया। यह अस्पताल भूतल के साथ दो मंजिला बना हुआ है। एक डॉक्टर ने बताया कि मोरबी में मच्छु नदी पर बने केबल पुल के टूटने की घटना में घायल हुए छह लोगों का इलाज सरकारी अस्पताल में चल रहा है, जबकि चार से पांच अन्य घायलों का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
अभी तक 56 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। दऱअसल अस्पताल के प्रवेश द्वार के कुछ हिस्सों पर पीले रंग का पेंट किया गया, जबकि अस्तपाल के भीतर कुछ हिस्सों पर सफेद पेंट किया गया।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, सिविल अस्पताल की कुछ दीवारों और छत के कुछ हिस्सों को दोबारा पेंट किया गया और नए वाटर कूलर लगाए गए। दो वॉर्डों में बिस्तरों की चादरें भी बदली गईं, जहां पुल हादसे के लगभग 13 जख्मी लोग भर्ती हैं। देर रात कई लोगों को पूरे परिसर में झाड़ू लगाते देखा गया। वहीं कांग्रेस ने मोरबी के अस्पताल में हो रहे मरम्मत के काम की तस्वीरें ट्वीट कर बीजेपी पर निशाना साधा है।
कांग्रेस द्वारा सोमवार को ट्विटर पर पोस्ट की गईं तस्वीरों में मोरबी के अस्पताल के भीतर रातभर चले मरम्मत के काम को दिखाया गया है।इसमें पेंट करना, दीवारों पर नयी टाइल लगाना और छोटे-मोटे निर्माण कार्य शामिल हैं।
त्रासदी का इवेंट
कल PM मोदी मोरबी के सिविल अस्पताल जाएंगे। उससे पहले वहां रंगाई-पुताई का काम चल रहा है। चमचमाती टाइल्स लगाई जा रही हैं।
PM मोदी की तस्वीर में कोई कमी न रहे, इसका सारा प्रबंध हो रहा है।
इन्हें शर्म नहीं आती! इतने लोग मर गए और ये इवेंटबाजी में लगे हैं। pic.twitter.com/MHYAUsfaoC
— Congress (@INCIndia) October 31, 2022
कांग्रेस ने कहा, ‘त्रासदी का इवेंट, (मंगलवार) प्रधानमंत्री मोदी मोरबी के सिविल अस्पताल जाएंगे। उससे पहले वहां रंगाई-पुताई का काम चल रहा है। चमचमाती टाइल्स लगाई जा रही हैं। पीएम की तस्वीर में कोई कमी न रहे, इसका सारा प्रबंध हो रहा है। इन्हें शर्म नहीं आती, इतने लोग मर गए और ये इवेंटबाजी में लगे हैं.’
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, ‘मोदी कल (मंगलवार) मोरबी के सिविल अस्पताल जाएंगे. उसके लिए अस्पताल का रंग-रोगन इत्यादि युद्ध स्तर पर हो रहा है। चमचमाती दिवारें और नई टाइलों से सुसज्जित अस्पताल में घायल शायद बेहतर महसूस करें। यही उम्मीद होगी. मोरबी त्रासदी में करीब 200 लोगों की मौत की खबर है।
PM मोदी कल मोरबी के सिविल अस्पताल जाएँगे – उसके लिए अस्पताल का रंग रोगन इत्यादि युद्ध स्तर पर हो रहा है
चमचमाती दिवारें और नई टाईलों से सुसज्जित अस्पताल में घायल शायद बेहतर महसूस करें – यही उम्मीद होगी
मोरबी त्रासदी में क़रीब 200 लोगों की मौत की खबर है #Morbi pic.twitter.com/joSjpCYnUU
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) October 31, 2022
राष्ट्रीय जनता दल राजद ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘आज उसी अस्पताल को सजाया-संवारा जा रहा है, जहां वह खानापूरी करने जा रहे हैं। अस्पताल के अंदर सैकड़ों लाशों का ढेर है। पूरा देश गुजरात हादसे से गमज़दा है, लेकिन एक विशेष शख्स ड्रेस बदलने व फोटो खिंचवाने में मस्त और व्यस्त है। जहां लाशें पड़ी हों, वहां कोई रंगाई-पुताई करवाता है क्या?’
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने ट्वीट कर कहा, ‘प्रधानमंत्री की मुलाकात से पहले मोरबी सिविल अस्पताल की पुताई शुरू!जिसने भी ऑर्डर दिए उनको शर्म आनी चाहि।. जब सफाई रखनी थी तब रख नहीं पाए और जब इतनी मौत होने के बाद देश रो रहा हैं तब आप रंग-रोगन कर रहे हैं। #GujaratModel.’
पीएम की मुलाकात से पहले मोरबी सिविल अस्पताल की पुताई शुरू !
जिसने भी ऑर्डर दिए उनको शर्म आनी चाहिए,
जब सफाई रखनी थी तब रख नही पाए, और जब इतनी मौत होने के बाद देश रो रहा हैं तब आप रंगरोगान कर रहे हैं. #GujaratModel pic.twitter.com/LJC69cFCmt
— Shankersinh Vaghela (@ShankersinhBapu) November 1, 2022
बता दें मालूम हो कि गुजरात के मोरबी शहर में मच्छू नदी पर बने करीब एक सदी पुराने केबल पुल को मरम्मत एवं नवीनीकरण कार्य के बाद इसे जनता के लिए पांच दिन पहले ही खोला गया था. यह पुल 30 अक्टूबर की शाम टूट गया, जिससे अब तक तकरीबन 200 लोगों की मौत हो चुकी है।
एक निजी फर्म ‘ओरेवा’ द्वारा सात महीने के मरम्मत कार्य के बाद पुल को 26 अक्टूबर को गुजराती नव वर्ष पर जनता के लिए फिर से खोला गया था, लेकिन नगर पालिका का ‘फिटनेस प्रमाण-पत्र’ नहीं मिला था।