देवबंद में जमीयत की सद्भावना संसद, आपसी भाईचारा बढ़ाने का लिया गया संकल्‍प

नई दिल्ली, जमीयत सद्भावना मंच के तहत देवबंद में सद्भावना संसद का आयोजन किया गया। जिसमें सभी धर्मों से जुड़े धर्मगुरुओं और मुख्य अतिथियों ने हिस्सा लिया है। देवबंद में जमीयत उलमा ए हिंद द्वारा आयोजित सद्भावना संसद में

देश में सांप्रदायिक ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए आपसी भाईचारा बढ़ाने पर बल दिया गया। सांप्रदायिक सद्भाव की मजबूती के लिए दोनों धर्मों के लोगों से कार्य करने का आह्वान हुआ। देश की तरक्की के लिए आपसी सौहार्द को जरूरी बताया गया। जमीअत उलमा ए हिंद के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने कहा कि, देवबंद ने हमेशा एकता अमन और शांति का पैगाम दिया है और एक बार फिर यहां से उसी जज्बे के साथ आवाज बुलंद की गई है जिसे पूरे देश में सुना जाएगा।

जमीअत की सहारनपुर यूनिट द्वारा 12 लोगों की कमेटी का गठन किया गया है जिसमें 6 मुस्लिम और 6 गैर मुस्लिमों को शामिल किया गया है जो मौजूदा नफरत के दौर को खत्म करने के लिए काम करेंगे। इसके साथ ही मां त्रिपुर बाला सुंदरी देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित सत्येंद्र शर्मा ने जमीअत उलमाइ ए हिंद की सद्भावना कोशिशों की सराहना करते हुए कहा कि, जमीअत देश को एक लड़ी में पिरोने के लिए और देश के अमन शांति और भाईचारे को मजबूत करने के लिए जो काम कर रही है वह काबिले तारीफ है इस तरह के प्रोग्राम से ही दूरियां खत्म हो सकती हैं और इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होना चाहिए यह एक बेहतरीन संदेश है।

ईदगाह रोड स्थित महमूद हॉल में आयोजित हुई सद्भावना संसद में जमीयत उलमा ए हिंद के पश्चिम बंगाल के प्रदेश अध्यक्ष और ममता सरकार में मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों का मकसद देश को तोड़ना है। इस सांप्रदायिकता का जवाब विदेशों में देना मुश्किल हो जाता है।

बोले कि देशभर में यूपी मीडिया को सुर्खियां बना रहता है। यहां के हालात सबसे ज्यादा खराब है। यहां सांप्रदायिक भेदभाव बढ़ रहा है। चौधरी ने कहा कि देवबंद सच्चा और अच्छा इंसान बनाना सिखाता है। यहां से निकलने वाला अवश्य भाईचारे के संदेश पूरे देश में जाएगा। आपसी सौहार्द को बढ़ाने के लिए जब मैं द्वारा छेड़े गए इस मिशन को अवश्य कामयाबी मिलेगी।

 

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