नई दिल्ली, भारत में मुसलमानों को जिहाद के नाम पर हमेशा प्रताड़ित किया जाता है। इतना ही नहीं उन्हें जिहादी कह कर जेल भेज दिया जाता है, भाजपा और हिंदू चरमपंथियों ने एक बड़ी दरार पैदा कर दी है। हंगामा इतना बढ़ गया है कि गीता में जिहाद का जिक्र करने वाले को अपने बयान के लिए माफी मांगनी पड़ रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवराज पाटिल ने कहा है की गीता में भी जिहाद का जिक्र है, जिसके बाद सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल किया गया और माफी मांगने को कहा। उन्होंने यह बयान दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान दिया। पाटिल बोले की गीता में भगवान कृष्ण ने अर्जुन को जिहाद की सीख दी थी। जिसके बाद उनके इस बयान को भाजपा ने हिंदू विरोधी बताया है और माफी मांगने को कहा। लेकिन उन्होंने बचाव करते हुए कहा है की उन्होंने ऐसा बयान नहीं दिया मीडिया में उनका बयान तोड़ मरोड़ कर पेश किया है।
#WATCH | It's said there's a lot of discussion on Jihad in Islam… Even after all efforts, if someone doesn't understand clean idea, power can be used, it's mentioned in Quran & Gita… Shri Krishna taught lessons of Jihad to Arjun in a part of Gita in Mahabharat: S Patil, ex-HM pic.twitter.com/iUvncFEoYB
— ANI (@ANI) October 20, 2022
दऱअसल शिवराज पाटिल ने नई दिल्ली में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता मोहसिना किदवई की एक किताब के विमोचन के मौके पर गुरुवार को कहा कि इस्लाम मजहब में जिहाद की बहुत चर्चा होती है। लेकिन महाभारत के अंदर गीता का जो भाग है उसके अंदर भी श्रीकृष्ण अर्जुन से जिहाद की बात ही कहते हैं। उन्होंने कहा जिहाद की बात तब आती है जब मन के अंदर अच्छे विचार होने के बाद भी और कोशिश करने के बाद भी अगर कोई नहीं समझता है तो कहा जाता है कि आपको अगर शक्ति का उपयोग करना है तो आपको करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हथियार लेकर समझाने की बात नहीं होनी चाहिए और मोहसिना किदवई ने अपनी किताब में यही लिखा है। उनके इस बयान के बाद अलोचना होने पर उन्होंने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा कि उन्होंने ऐसा नहीं कहा था। पाटिल के मुताबिक, उन्होंने ऐसा कहा था कि जो श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा था क्या आप उसे जिहाद कहेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी बात को गलत ढंग से प्रचारित किया जा रहा है और वह इसके खिलाफ अदालत में मुकदमा करेंगे।
नवभारत की खबर के मुताबिक शिवराज पाटिल ने कहा है की जिहादी की परिभाषा बताते हुए कहा कि जो नहीं करना चाहिए अगर कोई कर रहा है तो वह जिहादी है। लड़ाई नहीं करनी चाहिए, अगर कोई कर रहा है तो जिहादी है। उन्होंने कहा कि कौरव पांडवों को एक कमरे में जलाने की कोशिश करते हैं, पत्नी का चीरहरण करने की कोशिश करते हैं, पांच गांव भी नहीं देते हैं… दुर्योधन का काम जिहादी का था।
उन्होंने आगे कहा कि गीता में लिखा गया है कि कोई भी अगर झगड़ा कर रहा है तो उसके साथ लड़ाई मत करो, चर्चा करो। इसके बाद भी अगर बात नहीं बनती है तो लड़ाई करो। यह लड़ाई करना तुम्हारा कर्तव्य है। यह कृष्ण ने अर्जुन को बताया था।
उन्होंने कहा कि अगर मुंबई में कोई हमला करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है तो वह जिहाद नहीं है। पाटिल ने कहा कि कुरान, बाइबिल और गीता पढ़िए… इस्लाम को बदनाम करने के लिए बोलते हैं कि जिहादी हैं ये लोग। कुरान शरीफ के अंदर कहा गया है कि कोई आदमी यह मानने के लिए तैयार नहीं है कि बहुत सारे ईश्वर नहीं हैं। ईसाई में भी यही कल्पना है। गीता में भी कहा गया है कि भगवान का रूप, रंग या आकार नहीं है।
बता दें शिवराज पाटिल साल 2004 से 2008 तक यूपीए की सरकार में गृह मंत्री थे और साल 1991 से 1996 तक लोकसभा के स्पीकर भी रहे। किताब के विमोचन के इस कार्यक्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर, दिग्विजय सिंह, सुशील कुमार शिंदे के साथ ही जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला भी मौजूद थे।