नई दिल्ली, पैरोल पर बाहर आया डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह इन दिनों ऑनलाइन सत्संग कर रहा है। सबसे बड़ी यह है की इसमें बढ़ चक्कर के हिस्सा ले रहे बीजेपी के नेता। हरियाणा इकाई के कई भाजपा नेताओं ने राम रहीम के कार्यक्रम में हिस्सा लिया है।
राम रहीम के पैरोल पर बाहर रहने का समय एक बार फिर क्षेत्र में कुछ चुनावों की तारीखों से मेल खा रहा है। इस साल यह ऐसा तीसरा उदाहरण है। हरियाणा में अगले महीने पंचायत चुनाव और आदमपुर विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव होने है। इससे पहले रेप करने वाले बाबा को जमानत दे दी गई है।
इससे पहले राम रहीम को जून 2022 में एक महीने की पैरोल पर रिहा किया गया था और फरवरी 2022 में उसकी तीन सप्ताह की फर्लो (एक प्रकार की छुट्टी) मंजूर की गई थी। इस दौरान उसे परिवार के सदस्यों के अलावा किसी से मिलने नहीं दिया गया था। उसकी 21 दिन की रिहाई के दौरान उसे जेड प्लस सुरक्षा दिया गया था।
राम रहीम को तीन सप्ताह की छुट्टी पंजाब विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले मिली थी। पंजाब खासकर बठिंडा, संगरूर, पटियाला और मुक्तसर में इस पंथ के बड़ी संख्या में अनुयायी हैं।
साल 2017 में बलात्कार के मामले में दोषी ठहराया गया था डेरा सच्चा सौदा प्रमुख पिछले सप्ताह शुरू हुई 40 दिनों की पैरोल पर है। उसे पैरोल मिलने और इस ऑनलाइन कार्यक्रम की कड़ी आलोचना की जा रही है। हरियाणा में विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि ऐसा राज्य में अगले महीने के उप-चुनाव और पंचायत चुनावों को प्रभावित करने के लिए किया गया है।
बता दें राम रहीम बाबा अपनी दो शिष्यों के साथ बलात्कार के लिए 20 साल की जेल की सजा काट रहा है। वह हरियाणा में 46 नगर पालिकाओं के चुनाव से पहले जून में एक महीने की पैरोल पर जेल से बाहर आया था। डेरा प्रमुख को पंजाब विधानसभा चुनाव से करीब दो हफ्ते पहले सात फरवरी से तीन सप्ताह की छुट्टी दी गई थी। हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बड़ी संख्या में सिरसा डेरा के अनुयायी हैं।
अब गुजरात और हिमाचल चुनाव से पहले बाबा को फिर 40 दिन की पौरोल दी गई। इन दिनों राम रहीम उत्तर प्रदेश के बागपत में डेरा के बरनावा आश्रम से ऑनलाइन सत्संग कर रहा है। जिसमें हरियाणा के उप-विधानसभाध्यक्ष रणबीर गंगवा बुधवार को हिसार में ऑनलाइन प्रवचन सुनने के लिए डेरा के अनुयायियों की एक सभा में मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने सिरसा डेरा से अपने परिवार के जुड़ाव की चर्चा की।
इससे पहले करनाल की मेयर रेणु बाला, उप महापौर नवीन कुमार और वरिष्ठ उप महापौर राजेश अग्गी सहित कुछ अन्य भाजपा नेताओं के साथ मंगलवार (18 अक्टूबर) को एक ऑनलाइन सत्संग में शामिल हुईं। ऐसे में सवाल उठता है की क्या बीजेपी रेप करने वालों को प्रोत्साहित कर रही है,बिलकिस बनो के आरोपियों को भी जेल से रिहा कर दिया गया, क्या अब महिलाओं को इंसाफ मिलना मुश्किल होगा, उन्हें धर्म के आधार पर इंसाफ दिया जाएगा।