नई दिल्ली, दिवंगत हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी के दामाद एवं कश्मीरी अलगाववादी नेता अल्ताफ अहमद शाह की सोमवार को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया। वह कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे।
शाह की उम्र 66 साल की थी। उन्हें कुछ दिन पहले ही दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बाद तिहाड़ जेल से एम्स में भर्ती कराया गया था। अल्ताफ की बेटी पत्रकार रुवा शाह ने कहा, ‘हमें अब्बू के कल (सोमवार) रात गुजर जाने की खबर दी गई है.’ रुवा ने ट्वीट किया कि शाह ने एक कैदी के रूप में एम्स में अंतिम सांस ली।
Abu breathed his last at AIIMS, New Delhi. As a prisoner. https://t.co/EqxGyappW0
— Ruwa Shah (@ShahRuwa) October 10, 2022
शाह को छह अन्य लोगों के साथ आतंकवाद के वित्तपोषण के मामले में 2017 में गिरफ्तार किया गया था। तब से वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद थे। वह कश्मीरी अलगाववादी समूह तहरीक-ए-हुर्रियत के संस्थापक थे।
दिल्ली हाईकोर्ट ने शाह को कैंसर के उचित इलाज के लिए एम्स दिल्ली में ट्रांसफर करने का पांच अक्टूबर को आदेश दिया था। शाह ने अदालत को बताया था कि वह राम मनोहर लोहिया अस्पताल (आरएमएल) में कुछ गंभीर बीमारियों का इलाज करा रहा था, लेकिन हाल में पता चला कि वह गुर्दे के कैंसर से पीड़ित है।
उसने दावा किया था कि आरएमएल में गुर्दे के कैंसर के इलाज के लिए पर्याप्त सुविधा नहीं है। शाह ने अदालत से आग्रह किया था कि उसे इलाज के लिए तत्काल एम्स या अपोलो अस्पताल में ट्रांसफर करने की अनुमति दी जानी चाहिए। शाह के परिवार में पत्नी, एक बेटा और दो बेटियां हैं।