दिल्ली में विहिप की विराट हिंदू सभा, बीजेपी के नेताओं समेत कई संतो ने दी मुसलमानों के बहिष्कार और मरने की धमकी

नई दिल्ली, दिल्ली से बीजेपी सांसद प्रवेश सिंह वर्मा एक बार मुसलमानो के खिलाफ जहर उगलते नजर आए है। प्रवेश ने दिल्ली में हुई विश्व हिंदू परिषद की ‘आक्रोश सभा’ के दौरान कहा कि हिंदुओं को मुसलमानों का बहिष्कार करना शुरू कर देना चाहिए।

बीजेपी सांसद ने कहा, “अगर इनकी तबीयत ठीक करनी है, तो उसका इलाज है कि इनका पूरी तरह से बहिष्कार किया जाए।” इसके साथ उन्होंने जनता से अपील की कि वह मुसलमानों की दुकानों से कोई सामान ना खरीदें और इन को किसी भी प्रकार की मजदूरी ना दें। सांसद की बातें सुन रही जनता ने भी सहमति जताई।

अगर ऐसी ही बयान किसी मुसलमान ने दिया होता तो आज टीवी डिबेट का हिस्सा बनी होती खबरे, एक बीजेपी नेता जनता के बीच मुसलमानों के बहिष्कार की बात कर रहा, उसके इस बयान से माहौल खराब हो सकता है, क्योंकि ऐसा ही बयान दिल्ली दंगों में सामने आया था, जिसके बाद नतीजा सभी को पता है। लेकिन अब तक ना पार्टी ऐसा लोगों को निकलती है, ना ही पुलिस कार्रवाई करती है। एक समुदाय के लिए नफरत खुलेआम घोली जा रही है।

बता दें कि विश्व हिंदू परिषद, दिल्ली ने रविवार को मनीष हत्याकांड को लेकर एक सभा आयोजित की थी। इसमें नेताओं द्वारा मुसलमानों के खिलाफ कई बयान दिए गए। इनमें बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा भी शामिल थे। मंच से वर्मा ने मनीष नाम के युवक की हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि उसको ‘जिहादी तत्वों’ ने मार दिया।

इसके साथ ही उन्होंने मौजूद जनता से मुसलमानों का बहिष्कार करने की अपील की। उन्होंने इस दौरान रोहिंग्या मुसलमानों के बारे में भी जहर उगला। प्रवेश सिंह वर्मा के अलवा योगेश्वर आचार्य, महंत नवल किशोर दास ने भी मुसलमानो के लिए जहर उगला। आचार्य ने कहा कि हिंदू भाइयों की निर्मम हत्या हो रही है। जब तक हम जागेंगे नहीं तो ऐसे ही हमारे साथ होता रहेगा। “ये हमें गिन-गिनकर टारगेट करेंगे। चुन-चुनकर मारेंगे।

इसलिए आपसे अनुरोध है कि जहां भी देखो अगर ऐसे नीच हमारे मंदिरों को, हमारे मठों को, हमारे हिंदू परिवार के भाइयों-बहनों को कहीं भी ऊंगली दिखाएं तो उनकी ऊंगली मत काटो, उनका हाथ काट दो। अगर जरूरत पड़े तो उनका गला काटने से भी पीछे मत हटो। क्या होगा, एक को फांसी होगी, दो को फांसी होगी लेकिन आज जो मनीष के साथ हुआ, बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि इस प्रकार की निर्मम हत्या हुई। “उनके तो एक नहीं अनेक (बच्चे) हैं। वो तो चाहते हैं कि एक नहीं 14 शादियां करेंगे 40 पैदा करेंगे। तो हम सब भी इस पर ध्यान दें।

इनको चुन-चुनकर मारने का काम करें. मैं तो करीब 2 लाख मुसलमानों के बीच मठ बनाकर रहता हूं। और छाती ठोककर रहता हूं। इनसे डरने की जरूरत नहीं है।  ये गीदड़ हैं, सूअर हैं, इनको खदेड़-खदेड़ कर मारोगे मेरा विश्वास है कि पूरी दिल्ली खाली हो जाएगी।

रैली में इसी तरह का बयान महंत नवल किशोर दास ने भी दिया। नवल किशोर ने हिंदुओं को बंदूकें उठाने की सलाह दी। उन्होंने रैली में मौजूद लोगों से कहा, “अगर आपको लाइसेंस नहीं मिलता तो चिंता की बात नहीं है। जो लोग तुम्हें मारने आते हैं उनके पास भी लाइसेंस नहीं होते। तो आपको लाइसेंस की क्या जरूरत है? अगर हम सब मिल जाएं तो दिल्ली पुलिस कमिश्नर भी हमें चाय पिलाएंगे और हम जो चाहेंगे वो करेंगे।

इस रैली में गाजियबाद में लोनी से विधायक नंदकिशोर गुर्जर भी मौजूद थे। नंदकिशोर ने दिल्ली सरकार और मुसलमानों को लेकर जहरीला बयान दिया है। नंदकिशोर ने दिल्ली दंगे के संदर्भ में बयान देेते हुए कहा कि हम जेहादियों को मारेंगे, हमेशा मारेंगे। उन्होंने कहा कि वह दंगे के दौरान दिल्ली वासियों को समझाने के लिए गए थे, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उनके ऊपर ही मुकदमा कर दिया कि उन्होंने जेहादियों को मारने का काम किया। विधायक नंद किशोर गुर्जर दिल्ली में विश्व हिन्दू परिषद की ओर से रविवार को आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। परिषद ने हिन्दू युवक मनीष की हत्या के विरोध में आयोजित किया था।

उन्होंने कहा कि छेड़ते नहीं हैं, लेकिन यदि कोई उनकी बहन बेटियों को छेड़े तो छोड़ते भी नहीं है। कहा कि दिल्ली में सीएए पर दंगा हुआ तो इन जेहादियों ने हिन्दुओं को मारना शुरू कर दिया। उस समय आप दिल्ली के लोगों ने उन्हें अपने घर में जगह दी। इसके बाद हमारे ऊपर आरोप लगा दिया कि हम ढाई लाख लोग कर दिल्ली में घुसे। अरे हम तो समझाने आए थे। लेकिन पुलिस ने हमपर ही मुकदमा कर दिया कि हम जेहादियों को मारने आए थे। उन्होंने आगे कहा कि हम जेहादियों को मारेंगे और मारेंगे।

बता दें विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने दिल्ली में 9 अक्टूबर को एक रैली का आयोजन किया। हाल ही में दिल्ली के नंद नगरी इलाके में मनीष नाम के युवक की हत्या हुई थी। इस घटना को लेकर विरोध में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। VHP ने जीटीबी नगर के रामलीला मैदान में ये रैली आयोजित की। मनीष की हत्या का आरोप कुछ मुस्लिम युवकों पर लगा है। उन्हें पुलिस गिरफ्तार भी कर चुकी है।

लेकिन फिर भी इस रैली का अयोजन करके मुस्लिम समुदाय को टरगेट करने की कोशिश की गई और उन्हें मरने की धमकी दी गई। इस मामले में पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) आर साथियासुंदरम ने सोमवार को बताया कि पुलिस की अनुमति के बिना कार्यक्रम आयोजित करने और भड़काऊ बयानबाजी के खिलाफ आईपीसी की धारा 188 (लोक सेवक द्वारा विधिवत आदेश की अवज्ञा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। वहीं, दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस के एफआईआर को लेकर विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि उन्हें प्राथमिकी के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है।

 

 

 

 

 

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