नई दिल्ली, अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर उत्तराखंड के लोगों में गुस्सा भरा हैं। उत्तराखंड के श्रीनगर के पैतृक गांव में अंकिता का शव शनिवार शाम को पहुंच गया था। उसके बाद से लोग विरोध दर्ज करा रहे हैं। आज पूरे दिन अंकिता के साथ हुई नाइंसाफी को लेकर विरोध में श्रीनगर बाजार बंद रहा।
मृतका के परिजनों और स्थानीय लोगों ने शव सड़क पर रखकर श्रीनगर-केदारनाथ हाईवे को जाम कर दिया। उनका कहना है कि प्रशासन ने उनकी सभी मांगों पर कार्रवाई नहीं की है। परिजनों ने कहा कहा कि जब तक उनकी पूरी मांगें मानी नहीं जातीं तब तक विरोध जारी रहेगा और अंतिम संस्कार भी नहीं करेंगे। वहीं इस केस में लोग सवाल खड़े कर रहे है। आरोपी के बुलडोजर से कार्रवाई के बाद परिवार वालों का कहना है कि साबूत मिटाने के लिए ऐसी कार्रवाई की गई। अब मेरी बेटी को इंसाफ कैसे मिलेगा।
वहीं अंकिता भंडारी के परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि जब तक पूरी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
बता दें कि अंकिता के पिता ने दोषियों को फांसी देने की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पोस्टमार्टम रिपोर्ट दी जाए और मामले की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई हो। मृतका के पिता ने कहा कि पटवारी (राजस्व अधिकारी) की गलती है। उसने अपने काम में लापरवाही की है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “सभी कार्रवाई तय समय से हो रही हैं। SIT गठित हो गई है, उन्होंने अपनी जांच शुरु कर दी है। इसमें हर बिंदुओं पर जांच होगी। राज्य में इस तरह की घटना को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। हमने दोषियों को सजा दिलाने का संकल्प लिया है।”
दरअसल यह पूरा मामला मकेश्वर विधानसभा के कौड़िया गांव स्थित वनन्तरा रिजॉर्ट में कार्यरत रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी (19) वर्ष संदिग्ध परिस्थितियों में 18 सितंबर की देर शाम लापता हो गई थी। उसकी गुमशुदगी का खुलासा शुक्रवार को लक्ष्मण झूला थाने में एडीशनल एसपी शेखर सुयाल ने किया था।
उन्होंने बताया कि किस तरह वनन्तरा रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित ने मिलकर अंकिता भंडारी की हत्या कर उसकी बॉडी को चीला शक्ति नहर में फेंक दिया।
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि रिसेप्शनिस्ट रिजॉर्ट में आने वाले कस्टमर के पास जाने से मना कर रही थी। वे लोग रिसेप्शनिस्ट को वेश्यावृत्ति में ढकेलना चाह रहे थे, लेकिन रिसेप्शनिस्ट ऐसा करने से मना कर दिया था। इस बात से नाराज आरोपियों ने अंकिता की हत्या कर चीला शक्ति नहर में फेंक दिया था।