नई दिल्ली, झारखंड के रिटायर्ड आईएएस की पत्नी और भाजपा नेत्री सीमा पात्रा ने एक आदिवासी महिला सुनीता के साथ बदसलूकी की। उसे 8 साल अपने घर में कैद करके रखा, साथ ही उसे इतनी बूरी तरह पीटा की उसके दांत तक तोड़ दिए।
जुल्म इतना ही नहीं है, सीमा पात्रा सुनीता से जीभ से फर्श साफ करवाती थी। गर्म तवे से सजा दिया करती थी। सुनीता के शरीर पर दर्जनों जख्म हैं। साथ ही लोहे के रॉड से उसके आगे के दांत तोड़ दिये गये है। कमरे में बंद करके रखी गई सुनीता का खाना-पानी तक बंद कर दिया गया था। वह खुद से खड़ी तक नहीं हो पा रही। उसकी जुबां से ठीक से आवाज नहीं निकल रही। रांची के रिम्स में उसका इलाज चल रहा है।
वहीं झारखंड सरकार के कार्मिक विभाग के एक अफसर की सूचना पर रांची पुलिस ने उसे 22 अगस्त को ही भाजपा नेत्री के रांची के अशोकनगर स्थित आवास से मुक्त कराया था, लेकिन उन्हें अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। आदिवासी समुदाय से आने वाली सुनीता गुमला के एक गांव की रहने वाली है।
करीब दस साल पहले वह रिटायर्ड आईएएस महेश्वर पात्रा और भाजपा नेत्री सीमा पात्रा के घर मेड के तौर पर काम करने के लिए लाई गई थी। बाद में वह दिल्ली में रहनेवाली उनकी पुत्री वत्सला पात्रा के साथ भेज दी गई। पुलिस ने कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। फिलहाल गिरफ्तारी नहीं हुई है। एक तरफ जहां बीजेपी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा कहती है, वही उनके नेता महिलाओं पर जुल्म करते दिख रहे है।
बता दें दिल्ली से उनके तबादले के बाद सुनीता वापस रांची सीमा पात्रा के घर आई। यहां काम करते हुए उसे हमेशा प्रताड़ित किया जाता रहा। उसने घर जाने की इजाजत मांगी तो पिटाई करते हुए उसे कमरे में बंद कर दिया गया। बात-बात पर पिटाई आम हो गई। दर्जनों बार उसे गरम तवे से दागा गया।
जिस कमरे में सुनीता को बंद किया गया, वहीं उसका बेडरूम और बाथरूम था। लगातार पिटाई से वह इस तरह बेहाल हो गयी थी कि फर्श पर घिसट-घिसट कर चलती थी। अगर गलती से सुनीता का पेशाब कमरे से बाहर चला जाता तो उसे अपने मुंह से उसे चाट कर साफ करना पड़ता था। घिसट-घिसट कर किसी तरह उसे यह भी करने को मजबूर किया गया।
सुनीता पर हो रहे जुल्म की जानकारी कार्मिक विभाग के अफसर विवेक बास्की को किसी तरह मिली तो उन्होंने डीसी राहुल कुमार सिन्हा के बाद शिकायत की। इसके बाद मैजिस्ट्रेट की मौजूदगी में सुनीता को आजाद कराया गया। विवेक बास्की की शिकायत पर ही रांची के अरगोड़ा थाने में आईपीसी की धारा 323, 325, 346, 374 और एस.सी.-एस.टी एक्ट 1989 के सेक्शंस के तहत एफआईआर दर्ज की गयी है। अरगोड़ा थाना प्रभारी का कहना है कि सुनीता की स्थिति सुधरने पर धारा 164 के तहत अदालत में उसका बयान दर्ज कराया जायेगा।
शिकायत में यह भी बताया गया है कि सीमा पात्रा के पुत्र आयुष्मान ने मेड सुनीता के साथ हो रहे जुल्म का विरोध किया था और मां से बहस की थी तो उसे मानसिक रोगी करार देते हुए रांची स्थित मानसिक आरोग्यशाला रिनपास में भर्ती करा दिया गया है।
आयुष्मान अभी भी रिनपास में हैं। इधर, सुनीता ने एक व्यक्ति द्वारा रिकॉर्ड किये गये वीडियो में अपने ऊपर हुए अत्याचार की ये दास्तां सिसक-सिसक कर बताई है। इस गंभीर मामले में आरोपी भाजपा नेत्री के खिलाफ एफआईआर के बाद आगे कोई कार्रवाई न होने पर सवाल उठ रहे हैं।
झारखंड राँची में BJP नेत्री सीमा पात्रा ने एक आदिवासी महिला को वर्षों अपने घर में कैद रख उनपर ज़ुल्म किए। सुनीता के शरीर पर दर्जनों जख्म हैं। गरम तवे से दागा गया, लोहे की रॉड से दांत तोड़ दिए गए। खाना-पानी तक बंद कर दिया गय, रांची रिम्स में भर्ती सुनीता ठीक से बोल भी नही पा रही… pic.twitter.com/kj4L6IFGf3
— Millat Times हिंदी (@MillatHindi) August 30, 2022