नई दिल्ली, पैगंबर मोहम्मद पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले भाजपा से निलंबित विधायक टी राजा सिंह को जमानत मिल गई है। राजा सिंह को जमानत मिलने के बाद एक बार फिर विरोध में प्रदर्शन शुरू हो गया है।
टी राजा ने नबी की शान में गुस्ताखी की थी, जिसके बाद उसे तब गिरफ्तार किया गया, जब मुस्लिम समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन किया था, लेकिन 12 घंटो के अंदर ही उसे छोड़ दिया गया। इससे पहले अदालत ने टी राजा सिंह को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था लेकिन फिर रिमांड ऑर्डर को वापस लेते हुए टी राजा सिंह को जमानत दे दी। इसके साथ ही अदालत ने टी राजा सिंह को तत्काल प्रभाव से रिहा करने का आदेश दिया।
टी राजा की रिहाई के बाद लोगों ने कड़ी अलोचना शुरू कर दी है। वहीं आज तेलंगाना में हाई अलर्ट रहा, 70% पेट्रोल पंप तक बंद रहे, सभी दुकानों को बंद किया गया और राजा सिंह की गिरफ्तारी की मांग उठाई गई। वहीं सोशल मीडिया के जरिए पत्रकारों और उलेमाओं ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है,
आइए जानें किसने क्या कहा
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि हम तब तक विरोध करते रहेंगे जब तक तेलंगाना की सरकार बीजेपी के MLA राजा सिंह को गिरफ्तार करके जेल में बंद ना कर दे।
वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ ने ट्वीट करके लिखा राजा सिंह का बयान बेहूदा, अशोभनीय और पीड़ादायक ऐसे उपद्रवियों पर लगाम लगाना सरकार की ज़िम्मेदारी है, इस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही कहा इससे संबंधित प्रभावी क़ानून बनाए और मौजूदा क़ानूनों को पूरी ताक़त से लागू करे।
जमीयत उलमा-ए-हिंद ने टी राजा सिंह के खिलाफ कड़ी सजा की मांग की है। जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने इसे देश के लिए एक शर्मनाक कृत्य बताया। ” मौलाना मदनी ने कहा,”राजा सिंह की गिरफ्तारी और कार्रवाई समय पर करने की जरूरत है। आवश्यक है कि ऐसे अपराधियों को वास्तविक तौर पर सजा दी जाए। ऐसे पर भी कार्रवाई की जाए जो स्वीकार करते हैं कि उन्होंने मुसलमानों की मॉब लिंचिंग के जरिए हत्या की है।”
मिल्लत टाइम्मस के चीफ एडिटर ने ट्वीट करके लिखा नबी की शान में गुस्ताखी और मुसलमानों की आस्था को लेकर बीजेपी की पॉलिसी साफ नहीं है। दुनिया भर के मुसलमानों की आस्था को तकलीफ पहुंचाने पर बीजेपी अपने नेताओं को सिर्फ पार्टी से हटा देती है, उसके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेती है जिस का नतीजा है कि जहर उगलने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है।
पत्रकार जाकिर ने लिखा BJP के जिस विधायक राजा सिंह ने पैगंबर साहब के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी की है उसके ख़िलाफ़ 148 अलग अलग धाराओं में 51 केस दर्ज है,उस पर 153 के तहत 20 व 295 के तहत 12 मुक़दमे दर्ज है,इन तमाम केसों की डिटेल और उसका आचरण मालूम होने के बाद भी अदालत ने उसे आज़ाद करना ही इंसाफ़ समझा है,
वहीं जिन धाराओं के तहत राजा सिंह पर 32 केस दर्ज है उन धाराओं की 1 FIR में मुस्लिमों को जमानत लेने के लिए बरसों लगते है, आपके सामने ज़ुबैर उदाहरण है कि किस तरह उसे निशाना बना इन्ही 2 धाराओं के लिए कई जिलों में घुमाया गया व आज भी सैकड़ो मुस्लिम जमानत ना मिलने के कारण जेलों में बंदी है!
सोशल मीडिया पर आम जनता राजा सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रही, कहा जा रहा नुपूर को गिरफ्तार नहीं किया, राजा सिंह को भी छोड़ दिया यह मुसलमानों के साथ नाइंसाफी है।
बता दें अदालत ने राजा सिंह के वकील के इस तर्क को स्वीकार कर लिया कि पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तारी से पहले दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC) की धारा-41 के तहत उनके मुवक्किल को नोटिस जारी नहीं किया था। राजा के वकील ने बाद में पत्रकारों से कहा कि पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन नहीं किया, जिसके तहत 7 साल से कम सजा वाले मामलों में गिरफ्तारी से पहले नोटिस दिया जाना चाहिए।