नई दिल्ली, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के सदस्य इन्तेखाब आलम ने भाजपा द्वारा बिहार की मौजूदा महागठबंधन सरकार को जंगलराज कहे जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
उनका कहना है कि बिहार में नीतीश के बिना भाजपा का अपना कोई वजूद नहीं, इसलिए उनकी जुदाई से भाजपाई बौखला गए हैं और अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं। इन्तेखाब का कहना है कि ना सीएम बदला, ना सरकार का कोई भी कर्मचारी फिर बिहार में जंगलराज कैसे आ गया, कहीं भाजपा लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश तो नहीं कर रही।
इन्तेखाब आलम का कहना है कि जंगलराज-जंगलराज कहकर असल में भाजपा लोगों को वैसे ही डराने की कोशिश कर रही है जैसे किसी जमाने में अबोध बच्चे को भूत-प्रेत के नाम से डराया जाता था। उन्हों ने कहा कि भाजपा के होनहार नेता शायद यह बात भूल गए हैं कि यह 21वीं सदी है, जिसमें मानव मस्तिष्क और टेक्नॉलोजी के विकास ने भूत-प्रेत की मिथ्या को खत्म कर दिया है और अब कथित जंगलराज का भ्रम भी दूर हो गया है।
अब लोग छलावे में नहीं आएंगे क्योंकि वे अब डरते नहीं, लड़ते हैं। उन्होंने आगे कहा कि लोग अब भाजपा का असली चरित्र पढ़ चुके हैं। भाजपा लाख कोशिश कर ले अब लोग उसके बहकावे में आने वाले नहीं। बेरोजगारी, महंगाई और कई अन्य बिन्दुओं पर पिछड़ चुकी भाजपा लोगों को गुमराह करके अपनी नाकामियों पर पर्दा डालना चाहती है।
उन्होंने प्रदेश में घटित हो रही अपराधिक घटनाओं पर अफसोस जताते हुए कहा कि अपराध का होना चिंता का विषय होता है, लेकिन भाजपा वाले इस पर चिंता करने के बजाए सियासी रोटी सेंकने में लगे रहते हैं। उन्होंने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि वे भाजपा के बहकावे में नहीं आएं, क्योंकि ये वो पार्टी है जो जख्म भी देती है और छाती भी पिटती है।
उनका आरोप है कि हाल के दिनों में प्रदेश में हो रही अपराधिक घटनाएं महागठबंधन सरकार को बदनाम करने के लिए भाजपा के इशारे घटित हो रही हैं। इन घटनाओं से भाजपाईयों को तकलीफ नहीं हो रही, बल्कि मजा आ रहा है क्योंकि इसमें उन्हें सियासी मुद्दा और मशाला दिखता है।
उन्होंने कहा कि भाजपा बिहार की शासन व्यवस्था को जंगलराज कह कर बिहार की छवि को धुमिल कर रही है। ऐसा करने से बाहर के प्रदेशों और मुल्कों में रहनेवाले बिहारियों को भारी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। इंतेखाब ने BJP नेताओं को चेताया कि बिहार बुद्ध की धरती है बुद्धुओं की नहीं, इसलिए जंगलराज का ढिंढोरा पिटना बंद करें, अन्यथा आने वाले समय में बिहार के लोग अपनी बदनामी का बदला जरूर लेंगे।