नई दिल्ली : सीएम योगी आज आजमगढ़ दौरे पर आइटीआई मैदान में लोगों को राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ा रहे थे, वहीं इस दौरान उन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 13 से 15 अगस्त तक हर घर पर तिरंगा फहराने की अपील की। लेकिन दूसरी तरफ प्रशासन जिले में सीएम की मौजूदगी के दौरान ही तिरंगे का अपमान करता दिखा।
अधिकारियों ने नाकामी को छिपाने के लिए मुकेरीगंज में तिरंगे का पर्दा बनाकर नाले को ढ़क दिया, ताकि सीएम की नजर खुले नाले न पर पड़े। इसके बाद लोगों ने यूपी सरकार और पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए। तिरंगे का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा। इसे देखकर सभी लोगों ने गुस्सा जाहिर किया है। तिरंगे का इस तरह अपमान करना सही नहीं। वहीं सपा नेताओं ने इसका खुलकर विरोध किया
बता दें कि सीएम योगी गुरुवार को योजनाओं के लोकापर्ण व शिलान्यास के लिए आजमगढ़ पहुंचे थे। इस दौरान उन्हें आइटीआई मैदान में सभा करनी थी। सीएम के कार्यक्रम की तैयारियां कई दिन से चल रही थी।
आइटीआई मैदान से कुछ ही दूरी पर स्थित मुकेरीगंज में पुल के पास नाला खुला था। नाला का गंदा पानी यहां रहने वालों के लिए मुसीबत बना हुआ है। प्रशासन नाले को ठीक नहीं करा पाया तो तिरंगे का पर्दा बनाकर उसे ढ़क दिया।
जैसे ही लोगों की नजर नाले के सामने लगे तिरंगे पर पड़ी लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। समाजवादी पार्टी पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य लालजीत यादव क्रांतिकारी ने कहा कि यही राष्ट्रवादियों का असली चेहरा है। इन्हें नाला ढ़कने के लिए कुछ नहीं मिला तो तिरंगे का ही उपयोग कर दिया।
आज़मगढ़ मे नाले को ढकने के लिए तिरंगे का इस्तेमाल,
आज़मगढ़ के निवासी @adilsiddiqui7 ने वीडियो ट्वीट कर दिखाया कि किस तरह तिरंगे का अपमान किया गया है,तिरंगे को अपनी डिस्प्ले पिक्चर बनाने वाले @CMOfficeUP @brajeshpathakup @myogiadityanath जी के ध्यानार्थpic.twitter.com/pCTDEW3lh9
— Zakir Ali Tyagi (@ZakirAliTyagi) August 4, 2022
इस दौरान उन्होंने अमृत महोत्सव पर भी सवाल उठाया। वहीं सपा सरकार के पूर्व मंत्री डा. रामदुलार राजभर ने कहा कि प्रशासन ने अपनी नाकामी को छिपाने के लिए तिरंगे का अपमान किया है। इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। सीएम खुद मामले को संज्ञान ले और कार्रवाई करें।
निवर्तमान राष्ट्रीय सचिव समाजवादी छात्रसभा पप्पू यादव ने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है कि बीजेपी के शासन काल में तिरंगे का अपमान हुआ है। वहीं इस मामले पर अभी कोई अधिकारी कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है।