नई दिल्ली, एक स्कूल में इस्लामिक प्रार्थना कराने पर कुछ हिंदू संगठन के लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया। साथ ही स्कूल के निदेशकों पर केस भी दर्ज किया गया। ताजा मामला यूपी के कानपुर में स्थित फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल का है।
निदेशकों के खिलाफ पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 295ए और यूपी धर्मांतरण निषेध अधिनियम-2021 की धारा 5(1) के तहत मामला दर्ज किया है। स्कूल में इस्लामिक प्रार्थना कराने को लेकर हिंदुत्ववादी कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन और एक शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई है। दो दिन इस बात का विरोध होता रहा है कि स्कूल में इस्लामिक प्रार्थना क्यों कराई गई।
द वायर की खबर के मुताबिक इस मामले में एफआईआर 1 अगस्त को देर शाम दर्ज की गई। एसीपी निशंक शर्मा ने स्कूल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। साथ ही मामले में जांच शुरू कर दी गई है।
सीसामऊ पुलिस थाने में दर्ज कराई शिकायत में कहा गया है कि ‘स्कूल द्वारा छात्रों के धर्मांतरण का प्रयास किया जा रहा है।’ इसमें आगे कहा गया है कि स्कूल ‘शिक्षा जिहाद’ को आगे बढ़ा रहा है, क्योंकि छात्रों से इस्लामिक प्रार्थना पढ़वाई जा रही है।
सवालों के घेरे में आई प्रार्थना पुस्तक देखी गई तो इसमें पता चला कि कई धर्मों से संबंधित प्रार्थनाएं है, जिनमें गायत्री मंत्र, सांची वाणी और भारत से संबद्धता से जुड़ी शपथ हैं।
In UP's Kanpur, parents objected to recitation of Islamic prayer during morning prayer at a school. Pincipal says prayers from all religions- Hinduism, Islam, Sikhism & Christianity are recited. After objection to Islamic prayers, now only national anthem will be sung. pic.twitter.com/ut2soslNpa
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) August 1, 2022
एक वीडियो बयान में स्कूल की प्रिंसिपल श्रद्धा शर्मा ने कहा कि साल 2003 में स्कूल की स्थापना के बाद से बहु-धार्मिक प्रार्थनाएं सुबह की सभा का हिस्सा थीं, लेकिन कुछ अभिभावकों द्वारा इस्लामिक प्रार्थनाओं के होने पर आपत्ति जताने के बाद प्रबंधन ने अब केवल राष्ट्रगान का पाठ कराने का फैसला किया है। स्कूल के खिलाफ शिकायत में मांग की गई है कि स्कूल और उसकी अन्य शाखाओं को बंद किया जाना चाहिए।