नई दिल्ली: गुजरात के बोटाद जिले में जहरीली शराब पीने से अबतक 28 लोगों की मौत हो गई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी । ऐसा राज्य में तब हुआ जबकि शराब की बिक्री पर पाबंदी है।
गुजरात के पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने गांधीनगर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि अत्यधिक जहरीले मिथाइल अल्कोहल (मेथनॉल) से शराब बनाई गई थी। उन्होंने कहा कि हत्या और अन्य अपराधों के आरोप में 14 लोगों के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं और उनमें से अधिकतर को हिरासत में लिया गया है।
मामला सोमवार (25 जुलाई) की सुबह तब सामने आया जब बोटाड के रोजिड गांव और आसपास के अन्य गांवों में रहने वाले कुछ लोगों को उनकी हालत बिगड़ने पर बरवाला क्षेत्र और बोटाद कस्बों के सरकारी अस्पतालों में भर्ती किया गया।
भाटिया ने कहा कि जहरीली शराब के सेवन से अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है। उनमें से 22 बोटाद जिले के विभिन्न गांवों के थे, जबकि छह लोग पड़ोसी अहमदाबाद जिले के थे। इसके अलावा 45 से अधिक लोग वर्तमान में भावनगर, बोटाद और अहमदाबाद के अस्पतालों में भर्ती हैं।
भाटिया ने कहा, ‘फोरेंसिक विश्लेषण से पता चला है कि पीड़ितों ने मिथाइल अल्कोहल का सेवन किया था। हमने हत्या और अन्य अपराधों के आरोप में 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और अधिकतर आरोपियों को पहले ही हिरासत में ले लिया है।
गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) और अहमदाबाद अपराध शाखा भी जांच में शामिल है।एएनआई के मुताबिक, गुजरात के डीजीपी आशीष भाटिया ने बताया कि संबंधित रसायन को सीधे पानी में मिलाकर लोगों ने पिया। 600 लीटर रसायन 40,000 रुपये में बेचा गया था। उन्होंने कहा कि बरवाला, रानपुर और अहमदाबाद ग्रामीण में तीन एफआईआर दर्ज की गई है। मामले की जांच के लिए पुलिस एक एसआईटी का गठन भी करेगी।
पुलिस महानिरीक्षक (भावनगर रेंज) अशोक कुमार यादव ने कहा था कि घटना की जांच के लिए और नकली शराब बेचने वाले अवैध कारोबारियों को पकड़ने के लिए पुलिस उपाधीक्षक रैंक के अधिकारी के तहत एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जाएगा.
बोटाद के पुलिस अधीक्षक करनराज वाघेला ने सोमवार देर रात पत्रकारों से कहा कि इस सिलसिले में दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया गया है और कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
वाघेला ने कहा, ‘अगर जरूरत पड़ी तो पुलिस हत्या का आरोप भी जोड़ेगी। गुजरात एटीएस के साथ ही अहमदाबाद अपराध शाखा भी दोषियों को पकड़ने के लिए हमारी जांच में शामिल हो गई हैं।
इससे पहले इलाज करा रहे एक पीड़ित की पत्नी ने संवाददाताओं को बताया कि रविवार रात रोजिद गांव में शराब पीने के कुछ घंटे बाद ही उसके पति की हालत बिगड़ने लगी।