मुरादाबाद: फर्नीचर के पैसे मांगे तो एसडीएम ने मुस्लिम कोरबारी के घर पर चलवाया बुलडोजर

नई दिल्ली:(रुखसार अहमद) यूपी के मुरादाबाद से एसडीएम की गुंडागर्दी का मामला सामने आया है। जहां एक मुस्लिम फर्नीचर कोरबारी के घर पर एसडीएम ने इसलिए बुलडोजर भेज दिया क्योंकि उन्होंने अपने पैसे मांग लिए थे।

दरअसल मामला यह है कि एसडीएम घनश्याम वर्मा फर्नीचर शोरूम के मालिक ज़ाहिद से ढाई लाख रुपये का फर्नीचर खरीदते है। उन्होंने फर्नीचर अपनी बेटी अलका वर्मा के लिए खरीदा था। जब ज़ाहिद ने SDM को बिल भेजा तो उन्होंने ने उसके घर पर बुलडोजर चलवा दिया।

SDM 3 जुलाई को फ़र्नीचर का ऑर्डर देने के लिए फर्नीचर शोरूम गए थे। सवाल यह उठता है क्या योगी राज में सरकारी अफसर भी अपनी मनमानी करने लगे। अगर कोरबारी हिंदू होता तो क्या उनका रवैया इस तरह का रहता। ज़ाहिद मुसलमान था जिसके चलते बेलगाम SDM ने रकम मांगने पर उनके घर बुलडोजर चला दिया।

इस मामले में जाहिद ने कमिश्नर और डीएम ने शिकायत की है, और जांच जारी हो गई है। वहीं शोरूम के मालिक ज़ाहिद ने खरीदारी के वक़्त की CCTV फ़ुटेज भी जारी की है। जिससे पुलिस जांच में मदद हो सके। जाहिद के मुताबिक मुरादाबाद एसडीएम ने उनसे बिलारी में फर्नीचर मंगवाया था, उसके बाद एक और जगह उन्होंने हरदोई में रहने वाली अपनी बेटी के लिए भी फर्नीचर भिजवाया।

जाहिद ने कहा कि जब मैंने एसडीएम साहब को पूरा बिल बनाकर दिया, तो उन्होंने कहा कि तुमने जो  बिल बनाकर दिया है उसको मैंने टेबल पर शो पीस बना दिया है। इसके बाद उन्होंने नोटिस भिजवा कर बुलडोजर की तैयारी कर दी।

उन्होंने आगे बताया कि जब मुझे इसका पता चला तो मैंने कमिश्नर साहब से शिकायत की। इसके बाद एसडीएम साहब इससे चिढ़ गए और उन्होंने एक प्राईवेट जेसीबी और एक नगरपालिका की जेसीबी, 50-60 कर्माचारी और 2 ट्रॉली भेजकर मेरे घर बुलडोजर चलवया।

मैंने प्रशासन को फिर से सूचना दी कि ये नहीं मान रहे हैं और जेसीबी चला रहे हैं। मेरा गेट और दीवार तोड़ दी गई है। हम इंसाफ चाहते हैं, अगर कब्जा गलत है तो तोड़ दो। मुरादाबाद सिविल कोर्ट कम्पाउंड के वकील पीके गोस्वामी ने कहा कि जाहिद का प्रकरण बेहद गंभीर है, बिलारी के एसडीएम घनश्याम सिंह वर्मा द्वारा उनसे फर्नीचर बनवाया गया और जब उन्होंने ढाई लाख रूपए का बिल दिया तो एसडीएम साहब ने अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल करते हुए इनका घर गिराने की धमकी दी और दो दिन के बाद वो इनके यहां बुलडोजर और 40-50 लोगों को लेकर घर गिराने चले गए।

वो ये दिखाना चाह रहे हैं कि व्यापारी के पास बिल देने की पावर है और मेरे पास बुलडोजर से घर गिराने की ताकत है। निश्चित तौर पर ये शक्ति का दुरुपयोग है और ऐसे प्रशासनिक अधिकारी को सेवा में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उनके खिलाफ एफआईआर होनी चाहिए और जो जांच चल रही है उसके वो प्रभावित न कर सकें इसके लिए उन्हें तत्काल पद से हटाया जाना चाहिए।

 

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