बिहार पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाए गए SDPI के दो लोगों को संगीन आरोप लगाकर किया गिरफ्तार

नई दिल्ली:(रुखसार अहमद) बिहार के फुलवारी शरीफ में  SDPI के पटना महासचिव अतहर परवेज़ और उनके साथ रिटायर्ड पुलिस अधिकारी मो. जलालुद्दीन को पुलिस ने संगीन आरोप लगते हुए गिरफ्तार कर लिया।

उन पर आरोप लगया गया है कि वह दोनों पीएम मोदी को मारने की योजना बना रहे थे और आने वाले समय में भारत को मुस्लिम देश बनाने की साजिश रच रहे थे। दऱअसल जलालुद्दीन और अतहर परवेज़ को 11 जुलाई को थाने में यह कहकर बुलाया गया कि 12 जुलाई को पीएम मोदी आ रहे है हमें कुछ पूछताछ करनी है।

जिसके बाद अतहर परवेज़ और जलालुद्दीन पुलिस से मिले थाने मॆं बात की, लेकिन पुलिस ने उन्हें डिटेन करके तीन दिनों तक बिना जानकारी दिए हिरासत में रखा। इस बारे में जब PFI और SDPI के लोगों ने बड़े आला अधिकारियों से बात करने की कोशिश की और जानना चाहा की उनके लोगों को पुलिस ने हिरासत में क्यों रखा है, तो वह उनकी बात सुनने को तैयार नहीं हुए।

तीन दिनों तक पूछताछ के दौरान ही पुलिस ने उन पर अलग-अलग मामलों में केस दर्ज कर लिया। 13 जुलाई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों पर पुलिस ने संगीन आरोप लगते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उनपर आरोप लगए की वह पीएम मोदी पर हमले की साजिश रच रहे है। सवाल उठाता है कि पुलिस ने मामूली सी पूछताछ करने के लिए उन्हें पहले हिरासत में क्यों रखा और तीन दिन तक बिना कोई जुर्म किए पुलिस कौन सी जानाकरी हासिल करना चाहती थी। वहीं 12 जुलाई को पीएम मोदी के बिहार दौर की जानकारी के बहाने उन्हें बुलाकर क्या पूछताछ की गई।

इस घटना को देखते हुए ऐसा प्रतीत होता है कि बिहार में कानून और लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं बची है। पुलिस का मनमाना तरीका साबित करता है कि बिहार एक प्रकार का पुलिस स्टेट बन गया है।

वहीं इस मामले में SDPI के बिहार प्रदेश अध्यक्ष शामीम अख्तर ने जानकारी देते हुए बताया कि अतहर परवेज़ राजनैतिक रूप से सक्रिय है और समाज में लगातार उनकी मकबूलियत बढ़ रही।

कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने समाज की निरंतर सेवा की है। यही उनका अपराध है। इसके अतिरिक्त पुलिस के पास कोई सबूत नहीं है। उन पर लगाए गए सारे आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं। यही कारण है कि पुलिस ने उन्हें मीडिया के समक्ष लाने में तीन दिन लगा दिए। उन्होंने कहा कि हमारे नेताओं पर दमनकारी कार्रवाई भाजपा के इशारे पर की जा रही है।

हमारे आवास स्थित सब्जी बाग जो पार्टी कार्यालय के तौर पर भी इस्तेमाल होता था, वहां भी पुलिस ने प्रातः 4 बजे छापेमारी की और बलपूर्वक दरवाजा तोड़ा साथ ही दो छात्र जो किसी काम से आए थे, उन्हें भी गिरफ्तार कर ले गए। इस प्रकार पार्टी के विरुद्ध प्रशासन द्वारा भय का वातावरण बनाया जा रहा है जो उचित नहीं है और असंवैधानिक है। उन्हें जुबैर को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी शमीम ने कहा जिस तरह सच्ची खबरे लाने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया वैसे ही हमारे लोगों के साथ करना चहा रही है। लेकिन हमें कानून पर भरोसा है।

 

 

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