नई दिल्ली:(रुखसार अहमद) जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में एएसआई मुश्ताक अहमद आतंकी हमले में शहीद हो गए। बताया जा रहा है मुश्ताक अहमद लाल बाजार इलाके ड्यूटी कर रहे थे।
उस दौरान पुलिसकर्मियों पर फायरिंग की गई जिसमें उनकी मौत हो गई। वहीं मुश्ताक के शहीद होने के बाद परिवार का रो-रो के बुरा हाल है। वहीं मुश्ताक अहमद की मौत उस वफादारी का सबूत भी जो कहते है मुसलमान देशभक्त नहीं है। मुश्ताक ने देश के लिए अपनी जान कुर्बान की है और साबित किया है कि मुसलमान इस देश से कितनी मोहब्बत करता है।
दऱअसल श्रीनगर के लाल बाजार थाने में ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए रविवार को परिवार के साथ ईद मनाकर एएसआई मुश्ताक अहमद सोमवार दोपहर घर से निकले थे। कंधे पर वर्दी और हाथ में बंदूक लिए ड्यूटी के दौरान उनकी मौत हो गई। आतंकवादियों की ओर से इस हमले को कैमरे में रिकॉर्ड किया गया था और उनके द्वारा एके-47 की एक तस्वीर के साथ वीडियो जारी किया गया था।
आईएसआईएस ने हमले के दौरान पुलिसकर्मियों से एके-47 छीनने का दावा किया था। जानकारी के मुताबिक जैसे ही पुलिसकर्मियों ने मौके पर मौजूद विशाल चिनार के पेड़ के पीछे छिपने की कोशिश की, दूसरा हमलावर पीछे से आया और पहले पेड़ के पीछे पुलिसकर्मी पर और फिर पीछे से वाहन में पुलिसकर्मियों पर खिड़की के शीशे तोड़कर एएसआई मुश्ताक अहमद की हत्या कर दी।
श्रीनगर: आतंकी हमले में ASI मुस्ताक अहमद शहीद, पार्थिव शरीर देखकर परिजनों का हुआ बुरा हाल pic.twitter.com/zy62JbQqBx
— Millat Times हिंदी (@MillatHindi) July 13, 2022