नई दिल्ली :(रुखसार अहमद) उत्तर प्रदेश के संभल जिले में तालिब हुसैन नाम के एक व्यक्ति को हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर वाले अख़बार में लपेटकर नॉन वेज बेचने और पुलिस टीम पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
तालिब पर आरोप है कि वह हिंदू देवी–देवताओं के चित्र वाले अखबार पर नॉनवेज की पैकिंग करके बेचते थे। उन्हें संभल पुलिस ने जेल भेज दिया है। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या कार्रवाई उन पर नही होनी चाहिए जिन्होंने अख़बार में एड निकलवाए ? या देवी देवता की फ़ोटो अखबार में प्रिंट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नही होनी चाहिए थी?
तालिब मुसलमान था इसलिए उस पर तुरंत कार्रवाई की गई, लेकिन नुपूर शर्मा के बयान के बाद जो देश में हिंसा हुई लोग मारे गए क्या उसे गिरफ्तार नहीं किया जाना चाहिए था। सवाल उठाता है कि ऐसी क्या वजह से जो नुपूर शर्मा को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा।
दरअसल एक चंदन आर्य नाम के यूजर ने लिखा था, “नगर में महक रेस्टोरेंट मंजर मेडिकल के बराबर में भगवान के फोटो वाले लगभग 100 अख़बार के टुकड़े मिले मुर्गा पैक कर रहा है। प्रशासन इस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे। वहीं इसके जवाब में संभल पुलिस ने ट्विटर पर ही जवाब दिया था कि “प्रकरण के संबंध में थाना संभल पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया गया है, अन्य वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
बता दें तालिब हुसैन पर आईपीसी की धारा 153-ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 295-ए (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को अपमानित करने का उद्देश्य) 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
.@sambhalpolice ने नॉनवेज होटल के मालिक तालिब को गिरफ्तार किया है। तालिब पर आरोप है कि उन्होंने मूर्ति छपे हुए अखबार पर नॉनवेज बेचा था। pic.twitter.com/H60RlSZL0E
— Millat Times (@Millat_Times) July 5, 2022