बिहार में जिंदा लड़की को जलाया, ईलाज के दौरान हुई मौत

नई दिल्ली :(क़मर इक़बाल) बिहार के सीतामढ़ी में बीते 16 जून को पुपरी थाना क्षेत्र के बेदौल पंचायत परसौनी गांव के वार्ड नं• 5 स्थित कुछ मनचलों ने एक 18 साल की रूबी कुमारी पिता योगेंद्र महतो के साथ पहले जबरन अवैध सम्बंध बनाने की कोशिश की रूबी कुमारी ने जब जान बचा कर भागने की कोशिश की तो मनचलों ने रूबी के शरीर पर पेट्रोल डाल कर आग लगा दी।

यह पूरी घटना परसौनी स्थित नदी के किनारे की है यूवती अपनी जान बचाने के लिए नदी में कूद गई पेट्रोल की मात्रा इतनी ज्यादा थी की लड़कि जब भी पानी से बाहर निकलने की कोशिश करती थी तो फ़िरसे पूरे शरीर में आग लग जाती थी।

करीब बीस दिनो से एसकेएमसीएच मुज़फ़्फ़रपुर में इलाज़ चल रहा था आज सुबह अचानक यूवती की मौत हो गई लड़की के पिता का कहना है कि क़रीब 4 आरोपी शामिल थे लेकिन पुपरी पुलिस का कहना है कि लड़की ने अपने बयान में कहा है कि एक युवक था फिलहाल पुलिस ने एक युवक को मामला दर्ज करने के बाद गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।

जब मुज़फ़्फ़रपुर एसकेएमसीएच से यूवती की डेड बॉडी पिता योगेंद्र महतो और उनके बेटे ने गाँव में लाया तो न ही समय पर वहां पुलिस पहुंची और न ही गाँव के मुखिया सरपंच पहुंचे।

तुरंत अनानं फ़ानन में डेड बॉडी को जला दिया गया। बाद में पुपरी पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर और चार होमगार्ड के जवान वहां पहुंचे जिनके पास अपने नाम का बिल्ला तक नही था।

क्या था पूरा मामला

पुलिस के बयान में रूबी ने बताया कि वो 16 जून को  लगभग 1 बजे खाना लेकर चनपुरा पुल के पास पिताजी के वथान में गई थी, पिताजी वहां मौजूद नहीं थे वो दवा लेने अस्पताल चले गए थे, मैं वथान में सो गई थी, इसी बीच अमर कुमार, पुत्र महेश राय मेरे कमरे में आ गए और मेरे साथ बलात्कार करने की कोशिश की, जब मैंने कहा की में अपने साथ गलत नही होने दूंगी और मैं हल्ला करके सबको बता दूंगी, इसके बाद अमर कुमार ने घर से पेट्रोल लाकर मेरे शरीर पर छिड़का और आग लगा दिया,खुदको बचाने के लिए मैं नदी में कूद गई।

उसके बाद वहां मौजूद लोग मुझे निजी अस्पताल लेकर गए, वहां के डॉक्टर ने मेरी गंभीर अवस्था को देखते हुए एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर रेफर कर दिया, मेरा शरीर गाल से लेकर घुटना तक जला हुआ है। इतने दिनो से रूबी का ईलाज चल रहा था की आज रूबी की अस्पताल में ही मृत्यु हो गई।

रूबी के शव को देख कर परिवार वाले और आस पड़ोस ले लोगों के आंख भर आए, रूबी के पिता का कहना था की जब ये घटना घटी उस वक्त वहां 4 लोग मौजूद थे, जबकि रूबी ने अपने बयान में अमर कुमार नाम के शख्स का जिक्र किया था।

रूबी के पिता और भाई का कहना है की जितना दर्द मेरी बहन को हुआ है, उतनी बड़ी सजा अमर कुमार को मिलनी चाहिए, कानून से बस यही उम्मीद है की वो हमारे साथ इंसाफ करेगी, और अगर नही कर सकती तो अमर कुमार को हमें सौंप दे हम उसका बदला खुद ले लेंगे।

SHARE
आप अपना लेख, न्यूज़, मजमून, ग्राउंड रिपोर्ट और प्रेस रिलीज़ हमें भेज सकते हैं Email: millattimeshindi@gmail.com