नई दिल्ली: (अजहर ईमाम) महाराष्ट्र की राजनीति के केंद्र में जो नाम इस वक्त सुर्खियों में है, वो नाम है एकनाथ शिंदे। लंबे वक्त तक शिवसेना की सरपरस्ती में रहने के बाद उन्होंने बगावत कर दी है।
यह बगावत न सिर्फ पार्टी के खिलाफ है, बल्कि शिवसेना का हेडक्वार्टर रहे ‘मातोश्री’ यानी ठाकरे परिवार के खिलाफ भी है। एकनाथ शिंदे का कहना है कि पिछले ढाई साल में शिवसेना ने न सिर्फ हिंदुत्व को त्याग दिया, बल्कि इतने समय में महाराष्ट्र में शिवसेना का ग्राफ घटता गया और कांग्रेस– एनसीपी का कद बढ़ रहा है।
अब एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं। गठबंधन के जरिए ही सही राज्य में ढाई साल बाद भाजपा ने फिर से सत्ता में वापसी कर ली है। महाराष्ट्र में देश की नौ फीसदी से ज्यादा आबादी रहती है। इसके साथ देश के 19 राज्यों में भाजपा सत्ता में है।
लेकिन आपको यह जानकर दिलचस्पी होगी कि आज महाराष्ट्र की राजनीति के सबसे बड़े परिवार “ठाकरे परिवार” को चुनौती देने वाले एकनाथ शिंदे का राजनीतिक सफर भी बेहद दिलचस्प रहा है। वे एक ऑटो चालक रहे हैं, और आज राजनीति में उन्होंने अपना कद इतना बढ़ा लिया कि आज वह शिवसेना के सामने बागी नेता से मुख्यमंत्री बन गए हैं।
जन्म और पढ़ाई
एकनाथ शिंदे का जन्म 9 फरवरी 1964 को सतारा जिले में हुआ था। पढ़ाई के लिए शिंदे ठाणे आए। 11वीं तक की पढ़ाई यहीं की। इसके बाद वागले एस्टेट इलाके में रहकर ऑटो रिक्शा चलाने लगे। इसी दौरान उनकी मुलाकात शिवसेना नेता आनंद दिघे से हुई। महज 18 साल की उम्र में उनका राजनीतिक जीवन शुरू हुआ और शिंदे एक आम शिवसेना कार्यकर्ता के रूप में काम करने लगे।
एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र दो बार रहे हैं मंत्री
अगर राजनीतिक करियर की बात करें तो शिंदे कोपरी-पांचपखाड़ी सीट से 4 बार विधायक चुने जा चुके हैं। वहीं 2014 और 2019 दोनों सरकार में वे मंत्री भी रहे हैं। इससे पहले 2004 और 2009 में भी वे विधायक रहे। साल 1980 में शिवसेना से बतौर शाखा प्रमुख हाथ मिलाया था। उन्होंने 1997 में सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया था, जब वे ठाणे निगम के कॉरपोरेटर चुने गए थे। इसके बाद वे ठाणे नगर निगम में कई पदों पर रहे और फिर 2004 में विधायक बनकर राज्य की राजनीति में आ गए। फिर कई बार जीत दर्ज की और दो बार प्रदेश में मंत्री भी रहे। इससे पहले महाराष्ट्र सरकार में नगर विकास मंत्री थे, वफादार शिव सैनिक के रुप में पहचान बनाने वाले शिंदे पार्टी के लिए जेल तक भी जा चुके हैं।