नई दिल्ली, महाराष्ट्र की सियासत संकट के बीच सूबे के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार शाम फेसबुक लाइव करते हुए अपना संबोधन दिया है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे किसी पद से कोई मोह नहीं है। जिस समय मैं मुख्यमंत्री बना था उस समय भी मेरे लिए ये पद अनापेक्षित था। इसलिए अगर मेरे किसी विधायक को लगता है कि मैं कुर्सी पकड़कर बैठने वाला हूं तो वो गलत हैं।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि आज मेरे विधायक ही मेरे साथ नहीं है।उनको चाहिए कि वो मुझसे बात करें। अगर विधायकों को लगता है कि मुझे सीएम नहीं होना चाहिए या उन्हें मुझे मुख्यमंत्री के पद पर रहने पर कोई संकोच हो तो मैं ये पद छोड़ दूंगा। लेकिन उन्हें पहले आकर बात करनी होगी।
उद्धव ठाकरे ने अपने विधायकों से अपील करते हुए कहा कि वे पहले आकर मुझसे बात करें मुझे किसी पद का मोह नहीं है। आपको किसी भी फैसले पर पहुंचने से पहले मुझसे बात करनी चाहिए थी।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर आपको लगता है कि मैं शिवसेना प्रमुख बनने लायक नहीं हूं तो मैं ये पद भी छोड़ने को तैयार हूं। ठाकरे ने कहा कि मैं फिर कहना चाहता हूं कि मैं मजबूर नहीं हूं।
ज्यादा से ज्यादा क्या होगा मैं हार जाऊंगा लेकिन मैं फिर लडूंगा। बाला साहेब ने जो शिवसैनिक मुझे दिए हैं मैं उनके साथ आगे भी लड़ता रहूंगा। जो लोग कह रहे हैं कि मैं बाला साहेब वाला शिवसेना नहीं रहा हूं उनके लिए भी मेरे पास जवाब है।
उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री के पद की बात करते हुए कहा मेरी जगह कोई और मुख्यमंत्री बने, लेकिन उसका शिवसैनिक होना जरूरी है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि विधायकों को सूरत और कहीं और जाकर बात करने से अच्छा था कि वो मेरे पास आकर बात करते और मुझे कहते कि आप मुख्यमंत्री मत रहिए। तो मैं इसे ज्यादा बेहतर समझता। अगर एक भी विधायक कहता है कि उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री नहीं रहना चाहिए तो मैं आज के आज में इस्तीफा दे दूंगा।