नई दिल्ली : (रुखासर अहमद) बीजेपी के नेताओं द्वारा पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणियों के विरोध में उत्तर प्रदेश में 10 जून को हुए प्रदर्शनों को लेकर गिरफ्तारी और अन्य पुलिस कार्रवाई का दौर जारी है।
शनिवार 11 जून को सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया था जिसे खूब शेयर किया गया। इसमें पुलिस हिरासत में कुछ युवकों को बेरहमी से पीटे जाते हुए देखा जा सकता है। लेकिन सहारनपुर पुलिस ने इस वीडियो के मामले में अपनी सफाई देते हुए कहा था कि यह पुलिस हमारे यहां कि नहीं और वीडियो भी हामरे इलाके में शूट नहीं किया गया।
वहीं अब इस वीडियो की सच्चाई समाने आ गई है। वायरल वीडियो सहारनपुर पुलिस का ही और इतनी बेरहमी से मार रही पुलिस सहारनपुर की है। इस मामले में मिल्लत टाइम्स ने ग्राउंड जीरो पर जाकर पीड़ितो के घरों वालों से जाकर बात की। उन्होंने बता किस तरह बेवजह उनके बच्चों को पुलिस उठाकर ले गई थी। उन्हें बिना किसी गलती के बेरहमी से पीटा गया।
سہارنپور تشدد میں گرفتار افراد کے اہل خانہ کا درد
Ground Report | Millat Times pic.twitter.com/7718abgrdZ— Millat Times اردو (@MillatUrdu) June 15, 2022
बता दें मीडिया को दिए अपने बयान में एसपी कुमार ने इस बात से साफ इनकार किया है कि वीडियो सहारनपुर में शूट किया गया था। सहारनपुर में हुई हिंसा में कई मुसलमान लड़को को गिरफ्तार भी किया गया था। जिसके बाद उनकी बेरहमी से पीटाई का वीडियो वायरल हुआ।