नई दिल्ली, सेना में भर्ती के लिए सरकार की ओर से घोषित की गई अग्निपथ स्कीम का देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। मंगलवार को इस स्कीम का ऐलान किया गया था और बुधवार सुबह ही बिहार के कई जिलों में छात्रों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। यही नहीं गुरुवार को एक बार फिर से मुंगेर, कैमूर, सहरसा, छपरा समेत कई जिलों में छात्र विरोध के लिए उतरे हैं।
कैमूर में छात्रों ने इंटरसिटी एक्सप्रेस को आग के हवाले कर दिया तो कई जगहों पर सड़क जाम कर टायरों में आग लगाकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा दिल्ली-जयपुर हाईवे को भी छात्रों ने राजस्थान में जाम कर दिया है। यूपी के बरेली में सेना की तैयारी कर रहे युवाओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया है। बिहार से शुरू इस आंदोलन की आग देश के अलग-अलग राज्यों में फैल रही है।
बिहार के 15 से अधिक जिलों में गुरुवार को अग्निपथ योजना के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और तोड़फोड़ हुई। छपरा में एक आंदोलनकारी छात्र ने कहा कि केंद्र सरकार छात्रों को आपराधिक गतिविधियों में धकेलना चाहती है क्योंकि रक्षा बलों में चार साल की सेवा के बाद उन्हें कुछ नहीं मिलेगा।
वहीं सवाल उठता है कि अपने हक के लिए लड़ना अच्छी बात है, लेकिन इस तरह देश में रेल,बस को फूंका क्या सही है। अब पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं करती। ऐसी घटना मुसलमानों की थी, तो पुलिस उनपर तुरंत कार्रवाई करती।
सेना के अभ्यार्थी #Agnipath योजना का विरोध पत्थरबाजी, लाठी-डंडों एवं ट्रेन की बोगी फूंककर कर रहे है। लेकिन मीडिया इन्हे पत्थरबाज़ नही कहेगा, पुलिस इनपर लाठी-गोली नही बरसाएगी, जिला प्रशासन बुलडोजर नही चलाएगा, सरकार इनके पोस्टर जारी नही करेगी, और देखने वाले इन्हे मासूम युवा कहेगे… pic.twitter.com/ZRD0IAaKN3
— Ashraf Hussain (@AshrafFem) June 16, 2022