आगरा के लाल किले में मौजूद बेगम मस्जिद में कृष्ण की मूर्ति होने का दावा, कोर्ट में दायर की गई याचिका

नई दिल्ली : ज्ञानवापी मस्जिद, मथुरा ईदगाह, कुतुब मीनार, में तरह तरह के दावे किए ही जा रहे थे कि अब आगरा के लाल किले में मौजूद बेगम साहिबा मस्जिद में श्री कृष्ण की मूर्ती होने का नया दावा किया गया है। यह मामला अब कोर्ट तक पहुंच चुका है।

मंदिर-मस्जिद विवाद पहले ज्ञानवापी मस्जिद, मथुरा ईदगाह, कृष्ण जन्मभूमि, कुतुब मीनार ताज महल और यहां तक की कल ही अजमेर दरगाह को हिंदू मंदिर बताया गया है।

ये सारे मामले कोर्ट में चल रहे है, अब आगरा के लाल किले में मौजूद बेगम मस्जिद में भी श्रीकृष्ण की मूर्ति होने दावा किया गया है। यह याचिका मथुरा के एडवोकेट महेंद्र प्रताप सिंह, श्यामलाल पंडित और मनमोहन दास ने दायर की है, यह याचिका श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद मामले से जुड़ा हुआ मामला है, जिसपे सिविल जज सीनियर डिविजन पहले से ही सुनवाई कर रहे हैं।

मामला आगरा के लाल किले से जुड़ा है. याचिकाकर्ताओं का कहना है  कि आगरा के लाल किले की बेगम साहिबा मस्जिद में भगवान श्रीकृष्ण के विग्रह हैं, जिनको निकाला जाना चाहिए।

याचिकाकर्ताओं के मुताबिक, श्रीकृष्ण (केशव देव) के मंदिर को औरंगजेब ने तोड़ा था और भगवान के विग्रहों को बेगम साहिबा की मस्जिद की सीढ़ियों में दफन कराया था। उनका कहना है कि हिंदू विग्रह को पैरों तले दबी होने से कृष्ण भक्तों की भावनाएं आहत हो रही हैं।

ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग का दावा

ज्ञानवापी मस्जिद मामला पहले से वाराणसी जिला कोर्ट में चल रहा है,जिसकी अगली सुनवाई 30 मई को होनी है।
यहां हिंदू पक्ष का दावा है की वहां पहले से काशी विश्वनाथ मंदिर था, मस्जिद के वाजुखाने में मौजूद कुएं के अंदर एक पत्थर को शिवलिंग भी बताया गया था।

मथुरा विवाद

काशी के बाद मथुरा में भी मंदिर मस्जिद विवाद चल रहा था, मथुरा स्थित ईदगाह को वहां से हटा कर कहीं और शिफ्ट करने के मांग हिंदू पक्षों द्वारा किया गया था, उनका कहना था की ईदगाह की जमीन भी मंदिर की है, इस मामले को सिविल कोर्ट में सुनवाई की जा रही है।

कुतुब मीनार का मामला

दिल्ली के कुतुब मीनार में स्थित कुवतुल इस्लाम मस्जिद पर भी विवाद है, हिंदू पक्षों के अनुसार कहा गया है की 27 हिन्दू और सिखों के मंदिर तोड़ कर इस मस्जिद का निर्माण किया गया था। उनका कहना है की वहां उन्हे फिर से पूजा करने की अनुमति मिलनी चाहिए, इससे पहले उन्होने कहा था की वहां की मस्जिद को हटा कर मंदिर निर्माण की जानी चाहिए, पर बाद में हिंदू पक्ष के लोग अपनी बातों से मुकर गए और अपने पैर पीछे हटा लिए।

अजमेर दरगाह को बताया शिवालय

कहा ये जा रहा है की ये सबसे नया मामला है, लेकिन हर रोज नए मामले देखने को मिल रहे हैं, ये विवाद अभी पिछले गुरुवार को ही सामने आया है, महाराणा प्रताप सेना ने ये दावा किया है की अजमेर में स्थित ख्वाजा गरीब दरगाह, दरगाह नही बल्कि मंदिर है।  आज इन सारे मामलों में एक नया मामला शामिल हो गया है, कहा गया है की आगरा के बेगम साहिबा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे श्रीकृष्ण की मूर्ति दबी है।

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