रामनवमी और हनुमान जयंती पर हुई हिंसा के लेकर पाकिस्तान ने दिया ये बयान…

नई दिल्ली, भारत के अलग-अलग राज्यों में रामनवमी और हनुमान जयंती के मौके पर हुई हिंसा को लेकर पाकिस्तान सरकार का बयान सामने आया है।

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि भारत में ‘हाल में मुसलमानों के खिलाफ हुई हिंसा और उन्हें निशाना बनाकर किए गए हमलों की कड़ी निंदा की जाती है। पाक के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाक़े में हुई हिंसा का ज़िक्र किया है।

बीबीसी की खबर के मुताबिक बयान में लिखा है, “हाल के समय में नई दिल्ली के जहांगीरपुर की जामा मस्जिद पर हनुमान शोभा यात्रा के समय बेखौफ़ होकर भगवा झंडा फ़हराने की घिनौनी कोशिश करना, जब मुसलमान रोज़ा खोलने का इंतज़ार कर रहे थे, वहां अपमानजनक नारे लगाना, भड़काऊ संगीत बजाना और हथियारों का प्रदर्शन करना, देश में सत्ता के समर्थन से जारी उन्माद की गंभीरता और भारत में मुसलमानों के बारे में नफ़रत को उजागर करता है।

बयान में लिखा गया है कि इस घटना ने फरवरी 2020 के दिल्ली हिंसा की याद दिला दी है जिसका लक्ष्य मुस्लिम समुदाय के साथ भेदभाव करना, उन्हें बेदख़ल करना और उनकी मानवता को ख़त्म कर देना था। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने साथ ही लिखा है कि, “रामनवमी के समय देश के अलग-अलग हिस्सों में दंगे हुए जो दिखाते हैं कि भारत कैसे एक हिंदू राष्ट्र बनता जा रहा है।

उसने लिखा है- “मध्य प्रदेश और गुजरात में मुसलमानों के घरों, कारोबारों और दुकानों को ध्वस्त करने और मस्जिदों में तोड़-फोड़ के दृश्य दिखाते हैं कि कैसे हिंदुत्व की विचारधारा भारत की सत्ता और समाज के ताने-बाने बुन चुकी है।

पाकिस्तान ने ‘हिंदू समुदाय की ओर से धार्मिक जुलूसों के ज़रिए सांप्रदायिक नफ़रत और मुस्लिम-विरोधी हिंसा भड़काने के बढ़ते चलन पर गहरा अफ़सोस जताया है।  उसने साथ ही लिखा है कि ‘ये बात और चिंताजनक है कि उन स्थानीय अधिकारियों ने जो भय को फैलाने में लिप्त थे, वो अब दंगाईयों के ख़िलाफ़ कार्रवाई के नाम पर मुसलमानों के खिलाफ सोचा-समझ अभियान चलाया जा रहा है।

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने भारत सरकार से देश में मुसलमानों के खिलाफ और उनके उपासना स्थलों पर हो रही व्यापक हिंसा और उनके भयादोहन की घटनाओं की पारदर्शी जांच करवाने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ ना हो।

 

 

 

SHARE
आप अपना लेख, न्यूज़, मजमून, ग्राउंड रिपोर्ट और प्रेस रिलीज़ हमें भेज सकते हैं Email: millattimeshindi@gmail.com