अमेरिकी मुस्लिम महिला सांसद ने मोदी सरकार को बताया अल्पसंख्यक विरोधी, बाइडेन प्रशासन के समर्थन पर भी उठाए सवाल

नई दिल्ली : देश में हो रही अल्पसंख्यक के साथ लिंचिंग जैसी घटनाओं की अब विदेश में भी अलोचना होने लगी है।

अमेरिकी सांसद इल्हान उमर मोदी को अल्पसंख्यक विरोधी बताया है। सांसद इल्हान उमर ने कहा है कि जब कोई भी मुसलमानों के साथ घटना होती है, पीएम मोदी चुप रहते है।

इल्हान उमर ने भारत को दिए जाने वाले समर्थन के लिए अपने राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन पर भी सवाल उठाए हैं।

उन्होंने भारत विरोधी बोल बोलते हुए आरोप लगाया कि देश में मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ लंबे समय से अभियान चलाया जा रहा है।

उमर ने बाइडेन प्रशासन की उप विदेश मंत्री वेंडी शेरमन से सवाल किया कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के ‘एक स्वतंत्र व खुले क्षेत्र को बढ़ावा’ देने का US सरकार कैसे समर्थन कर रही है। उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

अमेरिकी कांग्रेसवुमन ने विभिन्न देशों में अमेरिकी हस्तक्षेप का मुद्दा भी उठाया और इसे ऐतिहासिक अन्याय करार दिया। उमर ने आरोप लगाया कि मोदी प्रशासन का भारत में मुस्लिम होना अपराध जैसा बना देना हमें बहुत कुछ बताता है? उन्होंने सवाल किया कि मोदी प्रशासन अपने मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ जो कार्रवाई कर रहा है, उसकी बाहरी तौर पर आलोचना करने के लिए हमें क्या करना होगा?।

अमेरिकी उपविदेश मंत्री शेरमन ने उमर को समझाने की कोशिश की। उन्होंने कहा, मैं सहमत हूं कि (बाइडेन) प्रशासन को इस दुनिया में हर धर्म, हर जात, हर नस्ल, विभिन्नता की हर क्वालिटी के समर्थन में खड़ा होना चाहिए।

उमर ने तेजी से उनकी बात काटते हुए कहा, मुझे उम्मीद है कि हम केवल हमारी ही नहीं बल्कि साथ ही हमारे सहयोगियों की बुराइयों के खिलाफ भी खड़े होने की आदत बनाएंगे। उमर ने एक ट्वीट में भी कहा, बाइडेन प्रशासन मानवाधिकार को लेकर मोदी सरकार की आलोचना करने से इतना बचता क्यों है?


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