नई दिल्ली : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए राष्ट्रपति डॉ आरिफ़ अल्वी ने नेशनल असेंबली को भंग कर दिया।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है, “पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉ आरिफ़ अल्वी ने प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के नेशनल असेंबली भंग करने की सलाह को मंज़ूरी दे दी है। ऐसा पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 58 (1) और 48 (1) के तहत किया गया है। आज यानी 3 अप्रैल रविवार को इमरान ख़ान सरकार के ख़िलाफ़ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होने वाली थी।
While acting upon the advice of the Prime Minister, President Dr. @ArifAlvi has approved the removal of Mr. Mohammad Sarwar from the position of Governor of the Punjab and appointed Mr. Omar Sarfraz Cheema as Governor Punjab under the Article 101 of the Constitution of Pakistan.
— The President of Pakistan (@PresOfPakistan) April 3, 2022
लेकिन पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष क़ासिम सुरी ने इमरान ख़ान के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग को खरिज कर दिया। उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव को असंवैधानिक बताया। इमरान खान के पास सरकार बचाने के लिए बहुमत नहीं था। उनकी पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ़ के भी कई सांसद विपक्षी खेमे में चले गए थे।
बता दें कि 342 सीटों वाली नेशनल असेंबली में इमरान ख़ान के 155 सांसद थे। लेकिन कहा जा रहा है कि इरमरान ख़ान के पास अभी 155 सांसद भी नहीं थे। सहयोगी पार्टियों ने पहले ही साथ छोड़ दिया था। संख्या बल में विपक्ष आगे था और अगर अविश्वास मत पर वोटिंग होती तो इमरान ख़ान को हारने का डर था।