नई दिल्ली, (रुखसार अहमद) बिहार के मधुबनी से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां नगर निगम के प्रधान सहायक का शव कार्यालय में फंदे से लटका मिला। खबरों के मुताबिक प्रधान सहायक ने आत्महत्या कर ली है।
बताया जा रहा है कि अकील अहमद ने सुसाइड जिला अधिकारियों से प्रताड़ना के बाद किया। यह घटना लगभग 11 बजे के बाद की है। इस बात की जानकारी नगर निगम कर्मियों से मिली है। घटना के बाद बाकी कर्मचारियों में दहशत का माहौल है। वहीं कर्मचारियों अकिल की मौत का जिम्मेदार नगर आयुक्त राकेश कुमार और अरुण कुमार को बताया है।
कर्मचारियों का इस मामले में कहना है कि जिला प्रशासन सभी को प्रताड़ना कर रहा है। साथ ही कहा कि वेतन भी काट के दिया जा रहा है। जिसके कारण सभी कर्मचारी डिप्रेशन में भी चल रहे हैं। अकील अहम एक बड़े अधिकारी थे, इसलिए उन पर काम और वेतन का दबाव ज्यादा था।
सदर डीएसपी राजीव कुमार और अश्विनी कुमार घटना स्थल पर गए। वरीय अधिकारियों ने अपने स्तर से छानबीन शुरू कर दी है। वहीं अकील अहमद आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे। लंबे समय से उन्हें वेतन नहीं मिल रहा था। करीब तीन लाख का वेतन बकाया था। इस वजह से वे कुछ दिनों से परेशान थे। आज साढ़े दस बजे के लगभग अकील अहमद को देखा गया था। 11 बजे के बाद अचानक एक महिला कर्मी ने शोर मचाया कि बड़ा बाबू ने आत्महत्या कर ली।
सभी कर्मी प्रशासक के चेंबर में पहुंचे तो अकील अहमद को गले में लगे फंदे से पंखे में लटका हुआ पाया। थोड़ी देर में ही निगम कार्यालय में भारी भीड़ जुट गई। सदर डीएसपी राजीव कुमार ने बताया कि अकील अहमद के परिजनों को घटना की सूचना दी गई है। परिजनों के आने का इंतजार किया जा रहा है।
वे पंडौल के एक गांव के रहने वाले थे। वहीं जब आयुक्त राकेश कुमार कार्यालय पहुंचे तो निगम कार्मीयों में गुस्सा था। क्योंकि कर्मी अकिल अहमद की मौत का जिम्मेदार राकेश कुमार को मान रहे है। इस मामले में परिजानों ने भी जिला प्रशासन पर आरोप लगया है कि अकील अहमद ने आत्महत्या राकेश कुमार की प्रताड़ना में आकर की है। इससे लेकर कार्मियों ने नगर निगम के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया।