नई दिल्ली:(रुखसार अहमद) सुदर्शन चैनल के चीफ एडिटर सुरेश चव्हाण हमेशा अपने बयानों के कारण चर्चा में रहते है। एक बार फिर उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है। इतना ही नही उसने मुस्लिम वोटरों के लिए भी गलत शब्द कहे। दरअसल सुरेश चव्हाण ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का एक इंटरव्यू किया।
जिसमें एक सवाल करते हुए सुरेश चव्हाणके ने कुछ ऐसा कह दिया जिसकी आलोचना हो रही है। चव्हाणके ने सांसद असदुद्दीन ओवैसी समेत पूरी मुस्लिम बिरादरी के वायरस और सुअर जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया है। ऐसी भाषा के इस्तेमाल होने के बावजूद सीएम योगी ने उन्हें चुप करने के बजाय ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा।
योगी आदित्यनाथ के सामने भगवा कपड़ों में बैठे चव्हाणे ने कहा कि, ‘एक छोटे से वायरस पर आपने काबू पाया। फिर हैदराबाद से 7 फुट उंचा और 3 फुट चौड़ा वायरस आता है जो पूरे सूअरों (मुस्लिम) को साधने की बात कर रहा है…इस पर कैसे कंट्रोल पाएंगे आप?’ जिसके बाद योगी कहते हैं कि, ‘नहीं एसी कोई बात नहीं है, हमने बड़े-बड़े वायरस पर काबू पाया है।
ऐसे वायरसों को भी काबू किया जाएगा। उनके इस इंटरव्यू का एक क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसे लेकर कई लोगों सुरेश चव्हाण की आलोचना भी कर रहे है। वहीं वीडियो को शेयर कर यूजर स्वाति मिश्रा लिखती हैं, ‘पत्रकार बना एक व्यक्ति एक सांसद को वायरस बताते हुए एक मुख्यमंत्री से ऐसा सवाल करता है, जिसमें एक समुदाय को सूअर कहकर संबोधित किया जाता है और वो मुस्कुराते हुए जवाब देते हैं! भारत के सारे नियम कानूनों को धता बताते हुए शायद ये टीवी पर प्रसारित भी हुआ हो।
ओवैसी को वाइरस बोला यहां तक ठीक है
उससे उमीद भी यही थी
पर वो किन्हें सुवर कहकर संबोधित कर रहा है
वो सब को पता है और अजय सिंग को भी पता है
और हमारे देश मे नफरत फैलाने वालों को कितनी झूट मिली है वो भी दर्शा रहा है— Naseer khan (@Beingnaseerkhan) February 26, 2022
नसीर खान नाम की यूजर लिखती हैं, ‘ओवैसी को वाइरस बोला यहां तक ठीक है, उससे उमीद भी यही थी पर वो किन्हें सुवर कहकर संबोधित कर रहा है। वो सब को पता है और अजय सिंग को भी पता है और हमारे देश मे नफरत फैलाने वालों को कितनी छूट मिली है, वो भी दर्शा रहा है।
बता दें कि सुदर्शन टीवी के एडिटर इन चीफ और मालिक सुरेश चव्हाणके अपने बयानो से अक्सर माहौल गर्म करने की कोशिश करते रहते हैं। लेकिन मजाल है कभी मौजूदा सरकार ने उनके बयानो को लेकर किसी तरह कि प्रतिक्रिया तक दी हो। यही बात यदि कोई मुस्लिम कह देता तो अब तक UAPA लग चुका होता। लेकिन सुदर्शन वाले तो संघी और सरकार के करीबी हैं।