नई दिल्ली: कर्नाटक में हिजाब पर बैन को लेकर विदेशों से भी प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई है। हिजाब को लेकर अमेरिका ने भी एक बयान जारी किया है। भारत में मुस्लिम छात्रों की हिजाब पहनने की मांग को लेकर उठे विवाद के बीच अमेरिका ने कर्नाटक में हुई मुस्लिम छात्राओं के साथ हुई बदसलूकी की कड़ी आलोचना की है।
कर्नाटक के शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब को लेकर विवाद पर अमेरिका ने कहा कि स्कूलों-कॉलेजों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाना धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करना है। धार्मिक कपड़ों की इजाजत देना है या नहीं, यह कर्नाटक को तय नहीं करना चाहिए।
अमेरिका सरकार में अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता मामले के राजदूत राशद हुसैन ने कहा, ‘धार्मिक स्वतंत्रता में लोगों को अपने धार्मिक कपड़ों को चुनने की पूरी आजादी होती है। भारतीय राज्य कर्नाटक को धार्मिक कपड़ों की अनुमति का निर्धारण नहीं करना चाहिए।
स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करता है और महिलाओं और लड़कियों को कलंकित और हाशिए पर लाता है। दरअसल हुसैन धार्मिक स्वतंत्रता की शर्तों और नीतियों पर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन के प्रमुख सलाहकार के रूप में कार्य करते हैं। वो दुनिया भर में धार्मिक स्वतंत्रता के दुरुपयोग, उत्पीड़न और भेदभाव की निगरानी के लिए विदेश विभाग के प्रयासों का नेतृत्व करते हैं।